डब्ल्यूएफआई ने इस्तांबुल में ओलंपिक क्वालीफायर टीम में नहीं किया कोई बदलाव |

डब्ल्यूएफआई ने इस्तांबुल में ओलंपिक क्वालीफायर टीम में नहीं किया कोई बदलाव

डब्ल्यूएफआई ने इस्तांबुल में ओलंपिक क्वालीफायर टीम में नहीं किया कोई बदलाव

:   Modified Date:  April 29, 2024 / 07:01 PM IST, Published Date : April 29, 2024/7:01 pm IST

नयी दिल्ली, 29 अप्रैल (भाषा) भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने नए ट्रायल के लिए समय की कमी के कारण अगले महीने इस्तांबुल में अंतिम ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के लिए लगभग उसी टीम का चयन किया है जिसने बिश्केक में एशियाई क्वालीफायर में भाग लिया था।

इस्तांबुल में नौ से 13 मई तक होने वाले विश्व ओलंपिक खेल क्वालीफायर में एशियाई क्वालीफायर की टीम में शामिल तीन पहलवानों 2018 एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगाट (50 किग्रा), अंशू मलिक (57 किग्रा) और अंडर 23 विश्व चैंपियन रितिका (76 किग्रा) को शामिल नहीं किया गया है क्योंकि इन्होंने पिछले महीने बिश्केक में कोटा स्थान पक्का कर लिया था।

पता चला है कि डब्ल्यूएफआई बिश्केक में भारतीय पुरुष टीम के खराब प्रदर्शन से नाखुश था और अंतिम ओलंपिक क्वालीफाइंग प्रतियोगिता की टीम का चयन करने के लिए नए सिरे से ट्रायल आयोजित करने की योजना बना रहा था।

लेकिन डब्ल्यूएफआई के एक सूत्र ने कहा कि बिश्केक में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर और इस्तांबुल प्रतियोगिता के बीच ‘बहुत सीमित समय’ के कारण उसे नए सिरे से ट्रायल आयोजित करने के विचार को टालने के लिए मजबूर होना पड़ा।

सूत्र ने कहा कि अगर महासंघ के पास एशियाई प्रतियोगिता और इस्तांबुल में आगामी विश्व ओलंपिक खेल क्वालीफायर के बीच एक महीने का समय होता तो भी वह पेरिस खेलों के आखिरी क्वालीफायर के लिए नए सिरे से ट्रायल आयोजित कराता।

सूत्र ने कहा, ‘‘नए सिरे से ट्रायल आयोजित करने के लिए शायद ही कोई समय था। इसलिए विश्व ओलंपिक खेल क्वालीफायर के लिए वही प्रविष्टियां भेजने का निर्णय लिया गया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पहलवानों के लिए अपने संबंधित भार वर्गों में प्रतिस्पर्धा करने के लिए कम समय में दो बार वजन घटाना बहुत मुश्किल होता।’’

सूत्र ने कहा, ‘‘पहले उन्हें ट्रायल के लिए वजन कम करना पड़ता है और फिर प्रतियोगिता के लिए, ऐसा करने के लिए (वजन कम करने के लिए) बहुत अधिक ऊर्जा और प्रयास की जरूरत होती है।’’

भारतीय पहलवानों के पास इस्तांबुल में पेरिस खेलों के कुछ और कोटा हासिल करने का अच्छा मौका है क्योंकि कुश्ती की तीन शैलियों के छह वजन वर्गों में से प्रत्येक में 54 ओलंपिक कोटा स्थान दांव पर लगे हुए हैं।

यूनाइटेड वर्ल्ड रेस्लिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने सोमवार को एक बयान में कहा, ‘‘प्रत्येक भार वर्ग में तीन पेरिस ओलंपिक स्थान दांव पर लगे हैं – फाइनल में जगह बनाने वाले दो खिलाड़ियों को एक-एक और दो कांस्य पदक विजेताओं के बीच प्लेऑफ के विजेता को एक।’’

बयान के अनुसार, ‘‘ग्रीको रोमन स्पर्धा नौ मई को शुरू होगी जिसके बाद महिला कुश्ती और फ्रीस्टाइल वर्ग के मुकाबले होंगे। प्रतियोगिता 13 मई को समाप्त होगी।’’

भारतीय टीम:

फ्रीस्टाइल: अमन (57 किग्रा), सुजीत (65 किग्रा), जयदीप (74 किग्रा), दीपक पूनिया (86 किग्रा), दीपक (97 किग्रा), सुमित (125 किग्रा)।

ग्रीको रोमन: सुमित (60 किग्रा), आशु (67 किग्रा), विकास (77 किग्रा), सुनील कुमार (87 किग्रा), नितेश (97 किग्रा), नवीन (130 किग्रा)।

महिला कुश्ती: मानसी (62 किग्रा), निशा (68 किग्रा)।

भाषा सुधीर

सुधीर

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)