जातीय समीकरण को साधने बीजेपी-कांग्रेस के स्टार मैदान में
जातीय समीकरण को साधने बीजेपी-कांग्रेस के स्टार मैदान में
रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में इस बार जातिगत राजनीति का बोलबाला है। सभी पार्टी जाति और समाज की राजनीति खेलने पर उत्तरी हुई है इसी के चलते दूसरे चरण के मतदान में कांग्रेस अपनी उन जगहों पर ज्यादा ध्यान दे रही है जहां ज्यादा जातीय समीकरण देखने मिल रहे हैं।

ऐसे में कांग्रेस ने अपने ऐसे कुछ कदवार नेताओं को छत्तीसगढ़ में भेजना शुरू किया है जो इस समीकरण में फिट बैठते है। इसी के चलते अंबिकापुर भिलाई और रायपुर के हरियाणवी वोट बटोरने के लिए जहां किरण चौधरी और अशोक बुवानीवाला को प्रभार दिया गया है तो वहीं बंगाली समाज के वोटरों को खींचने के लिए दिल्ली महिला कांग्रेस की अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी और दीपा दास मुंशी को बुलाया गया है।दोनों कांग्रेस नेत्री गुरुवार की रात से बंगाली वोटरों को साधने में लगी हैं। शुक्रवार की रात शर्मिष्ठा मुखर्जी रायपुर में बंगाली समाज के सामाजिक स्थल कालीबाड़ी में पहुंचेंगे जहां समाज के लोगो से मुलाकात के साथ ही साथ अपनी डांस प्रस्तुति भी देंगी साथ ही लोगों से मुलाकात कर कांग्रेस को वोट देने की अपील करेंगी।
इसी के साथ पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और राजबब्बर शुक्रवार से तीन दिन छत्तीसगढ़ में धुआँधार प्रचार प्रसार में लगेंगे। शुक्रवार को सिद्धू की सभा सक्ती, कोरबा, बिलासपुर, पाटन और रायपुर में होगी। सक्ती से डॉ. चरणदास महंत प्रत्याशी हैं, तो पाटन से भूपेश बघेल चुनाव लड़ रहे हैं।
इस कारण इन दो सीटों पर सिद्धू की सभा रखी गई है।ज्ञात हो कि कोरबा और बिलासपुर में सिख समाज के वोटरों के चलते सिद्धू शनिवार को नगरी सिहावा, बेमेतरा, साजा, आरंग और रविवार को मनेंद्रगढ़, अंबिकापुर, दुर्ग, भखारा कुस्र्द में सभा करेंगे। ऐसा ही समीकरण कांग्रेस ने सतनामी समाज के वोटरों को ध्यान में रख कर बनाया है जिसके चलते पार्टी के अनुसूचित विभाग के राष्ट्रीय प्रभारी हरनाम सिंह और सतनामी धर्मगुरु बालदास को छत्तीसगढ़ भेजा जा रहा है।

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