भाजपा उम्मीदवार जितिन प्रसाद ने पीलीभीत निर्वाचन क्षेत्र से पर्चा दाखिल किया |

भाजपा उम्मीदवार जितिन प्रसाद ने पीलीभीत निर्वाचन क्षेत्र से पर्चा दाखिल किया

भाजपा उम्मीदवार जितिन प्रसाद ने पीलीभीत निर्वाचन क्षेत्र से पर्चा दाखिल किया

:   Modified Date:  March 27, 2024 / 06:34 PM IST, Published Date : March 27, 2024/6:34 pm IST

पीलीभीत (उप्र), 27 मार्च (भाषा) उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद ने पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के रूप में बुधवार को नामांकन दाखिल किया। पार्टी ने प्रसाद को मौजूदा सांसद वरुण गांधी की जगह पर प्रत्याशी बनाया है।

पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी को भाजपा ने टिकट नहीं दिया है, वह आज पीलीभीत में नही थे, और तमाम अटकलों के बावजूद उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया।

प्रसाद के वकील सरोज कुमार बाजपेयी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ”प्रसाद ने जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष हिंदी भाषा में चार सेटों में नामांकन पत्र जमा किया है। उन्होंने अपनी कुल चल और अचल संपत्ति 15 करोड़ रुपये दिखाई है।”

उन्होंने बताया कि उनके नामांकन पत्र में चारों विधानसभाओं के भाजपा विधायकों-संजय गंगवार, बाबूराम पासवान, विवेक वर्मा और स्वामी प्रकाशानंद प्रस्तावक थे।

नामांकन के दौरान वरुण गांधी मौजूद नहीं थे और स्थानीय नेता उनकी अनुपस्थिति के बारे में चुप्पी साधे हुए हैं।

नामांकन से पहले प्रसाद ने शहर स्थित मां यशवंती देवी के मंदिर में मत्था टेका और उसके बाद विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। नामांकन के बाद मंदिर परिसर में ही चुनावी सभा का आयोजन किया गया।

प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री प्रसाद ने कहा, ”मैं मुझको चुनाव मैदान में उतारने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय और राज्य नेतृत्व को धन्यवाद देता हूं। मैं पीलीभीत लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करने के लिए काम करूंगा।”

पीलीभीत सीट पर पिछले चार लोकसभा चुनावों से भाजपा का ही कब्जा है। वर्तमान में वरुण गांधी यहां से सांसद हैं।

प्रसाद ने 2004 में कांग्रेस के टिकट पर शाहजहांपुर सीट से लोकसभा चुनाव जीता था और 2009 में वह धौरहरा सीट से जीते थे और तत्कालीन कांग्रेस सरकार में राज्य मंत्री बनाए गए थे।

पार्टी के वरिष्ठ नेता और योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘वरुण गांधी हमारे नेता हैं और पार्टी उनका इस्तेमाल अन्य जगह पर करेगी।’’

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने मंगलवार को संभल में पत्रकारों से बातचीत में भी कुछ इसी तरह की बात कही। उन्होंने कहा था, ”वरुण गांधी एक वरिष्ठ नेता हैं और पार्टी जल्द ही उन्हें कुछ जिम्मेदारियां सौंपेगी।”

पीलीभीत सीट 1989 से मेनका गांधी और उनके बेटे वरुण गांधी के पास रही है। मेनका ने 1989 में जनता दल के टिकट पर इस सीट से जीत हासिल की और 1996 में उसी पार्टी से और 1998 में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपनी जीत दोहराई।

उन्होंने 2004 में भाजपा उम्मीदवार के रूप में इस सीट से एक बार फिर जीत हासिल की ।

उनके बेटे वरुण गांधी 2009 में भाजपा के टिकट पर इस सीट से जीते थे। 2014 में मेनका गांधी इस सीट पर लौटीं और भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की । 2019 में वरुण गांधी भाजपा के टिकट पर इस सीट से जीते थे ।

भाषा सं सलीम जफर रंजन

रंजन

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