ब्रिटेन-सिंगापुर का एक संयुक्त उद्यम आवासीय परियोजनाओं के लिए लाएगा ‘इंजीनियर वुड’ |

ब्रिटेन-सिंगापुर का एक संयुक्त उद्यम आवासीय परियोजनाओं के लिए लाएगा ‘इंजीनियर वुड’

ब्रिटेन-सिंगापुर का एक संयुक्त उद्यम आवासीय परियोजनाओं के लिए लाएगा ‘इंजीनियर वुड’

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:53 PM IST, Published Date : April 19, 2022/10:29 am IST

(गुरदीप सिंह)

सिंगापुर, 19 अप्रैल (भाषा) ब्रिटेन-सिंगापुर का एक संयुक्त उद्यम स्टील और कंक्रीट जैसी पारंपरिक निर्माण सामग्री की जगह लकड़ी के इस्तेमाल पर जोर देने और निर्माण कार्य में कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए भारत और अन्य दक्षिण एशियाई देशों में आवास परियोजनाओं के लिए ‘इंजीनियर वुड’ या ‘लेमिनेटेड वीनीर लंबर’ (एलवीएल) लाने जा रहा है। उद्योग से जुड़े एक विशेषज्ञ ने यह जानकारी दी।

‘इंजीनियर वुड’ को मिश्रित लकड़ी या मानव निर्मित लकड़ी भी कहा जाता है।

‘वेंचरर पीटीई लिमिटेड’ के प्रबंध निदेशक केविन हिल ने कहा कि आने वाले महीनों में स्थानीय रूप से प्राप्त लकड़ी के साथ काम करने वाले डिजाइनरों और इंजीनियरों की एक टीम चेन्नई में तैनात की जाएगी।

इस कम्पनी की सिंगापुर के ‘वोह हूप कंस्ट्रक्शन ग्रुप’ के साथ साझेदारी है।

हिल ने कहा कि चेन्नई में ‘इंजीनियर टिम्बर प्रीफैब्रिकेशन हब’ के गठन की प्रक्रिया चल रही है।

उन्होंने कहा कि भारत ने सीओपी26 में सीओ2 उत्सर्जन को कम करने के लिए उच्च लक्ष्य निर्धारित किए हैं और अब सार्वजनिक भवनों तथा आवास परियोजनाओं के निर्माण के लिए लकड़ी के उपयोग की अनुमति दे रहा है।

हिल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ ऐसा माना जा सकता है कि भारत लगातार अधिक निर्देशात्मक दृष्टिकोण अपनाएगा, जिससे स्थानीय इंजीनियरों की सैद्धांतिक समझ बढ़ेगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ दुनिया आखिरकार स्वीकार कर रही है कि निर्माण कार्य में उत्सर्जन कम करने के लिए लकड़ी का इस्तेमाल करना एक सबसे महत्वपूर्ण तरीका साबित हो सकता है।’’

भाषा निहारिका नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)