संयुक्त राष्ट्र में बाइडन का ध्यान अमेरिकी मतदाताओं, वैश्विक नेताओं को अपने नेतृत्व के बारे में संदेश देने पर होगा |

संयुक्त राष्ट्र में बाइडन का ध्यान अमेरिकी मतदाताओं, वैश्विक नेताओं को अपने नेतृत्व के बारे में संदेश देने पर होगा

संयुक्त राष्ट्र में बाइडन का ध्यान अमेरिकी मतदाताओं, वैश्विक नेताओं को अपने नेतृत्व के बारे में संदेश देने पर होगा

:   Modified Date:  September 19, 2023 / 04:26 PM IST, Published Date : September 19, 2023/4:26 pm IST

न्यूयॉर्क, 19 सितंबर (एपी) अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में अपने वार्षिक संबोधन का इस्तेमाल विश्व नेताओं और 2024 के चुनाव के वास्ते अमेरिकी मतदाताओं को यह बताने के लिए करना चाहेंगे कि उन्होंने वैश्विक मंच पर अमेरिकी नेतृत्व को फिर से स्थापित किया है।

बाइडन लगातार यह कहते रहे हैं कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में अमेरिका की अहमियत वैश्विक मामलों में घटती गई। अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ के अधिकारियों ने कहा कि बाइडन 19 महीने से जारी रूसी हमले को विफल करने के यूक्रेन के प्रयास का समर्थन जारी रखने के लिए विश्व निकाय के सदस्यों के सामने मजबूत पैरवी करेंगे।

बाइडन ने सोमवार शाम को चुनाव प्रचार के लिए कोष जुटाने के अभियान की समीक्षा की और समर्थकों को बताया कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आक्रमण के खिलाफ खड़े रहे। उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल ट्रम्प सत्ता में रहने पर यूक्रेन के भूभाग पर कब्जा करने से रूस को रोकने में मदद करते।

बाइडन ने चंदा जुटाने के अभियान के दौरान अपने समर्थकों से कहा, ‘‘मैं पुतिन जैसे तानाशाहों का पक्ष नहीं लूंगा। हो सकता है कि ट्रम्प और उनके मित्र झुक जाएं, लेकिन मैं नहीं झुकूंगा।’’

महासभा के सत्र में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और पुतिन शामिल नहीं हो रहे हैं।

बाइडन (80) के लिए मंगलवार के भाषण के दौरान अधिक महत्वपूर्ण श्रोता अमेरिका के मतदाता हो सकते हैं, क्योंकि राष्ट्रपति उनके सामने यह बात रखना चाहेंगे कि उन्होंने जटिल विदेश नीति के एजेंडे को कुशलता से संभाला है। इस तरह राष्ट्रपति अपनी उम्र को लेकर चिंतित मतदाताओं के बीच-यहां तक कि उनकी अपनी डेमोक्रेटिक पार्टी में भी-तर्क प्रस्तुत कर सकते हैं।

बाइडन ने सोमवार को चंदा जुटाने के एक अन्य कार्यक्रम में कहा, ‘‘हमने यूक्रेन का समर्थन करने और नाटो को साथ करने के लिए दुनिया को एकजुट किया, क्योंकि मैं शुरू से आश्वस्त था कि नाटो के सामने पुतिन टिक नहीं पाएंगे।’’

राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘हमारे सहयोगी एक बार फिर जानते हैं कि अमेरिका पर भरोसा किया जा सकता है।’’

यूक्रेन के लिए अटूट समर्थन का बाइडन का संदेश काम कर सकता है, क्योंकि अमेरिकी कांग्रेस (संसद) कीव के लिए अतिरिक्त धन उपलब्ध कराने को लेकर विभाजित है। बाइडन यूक्रेन के लिए अतिरिक्त सैन्य सहायता के रूप में 13.1 अरब अमेरिकी डॉलर और मानवीय सहायता के लिए 8.5 अरब अमेरिकी डॉलर के पैकेज का प्रावधान करना चाहते हैं।

हालांकि, रिपब्लिकन सांसद संघीय खर्च में व्यापक कटौती पर जोर दे रहे हैं और ट्रम्प के साथ जुड़े कुछ नेता विशेष रूप से यूक्रेन के लिए मदद रोकने की मांग कर रहे हैं।

अधिकारियों ने कहा कि बाइडन का लक्ष्य यह संदेश देना होगा कि यूक्रेन पर रूस का आक्रमण संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है और इस बात पर जोर दिया जाएगा कि किसी देश की संप्रभुता की रक्षा करने में हर देश की हिस्सेदारी है, खासकर जब उस पर हमला हो रहा हो।

अपने संबोधन के बाद, बाइडन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस के साथ-साथ मध्य एशियाई देशों के सी5 समूह के नेताओं से मुलाकात करेंगे, जिसमें कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा, व्यापार, जलवायु परिवर्तन, समेत अन्य मुद्दों पर ध्यान केंद्रित होने की उम्मीद है।

हालांकि, बाइडन के जलवायु पर एक विशेष शिखर सम्मेलन में भाग लेने की संभावना नहीं है, जिसकी मेजबानी गुतारेस बुधवार को करेंगे। बाइडन बृहस्पतिवार को ‘व्हाइट हाउस’ में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ वार्ता करेंगे।

एपी आशीष दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)