कारोबारी श्रेत्था थाविसीन ने थाईलैंड का 30वां प्रधानमंत्री बनने के लिए संसद में वोट हासिल किेए |

कारोबारी श्रेत्था थाविसीन ने थाईलैंड का 30वां प्रधानमंत्री बनने के लिए संसद में वोट हासिल किेए

कारोबारी श्रेत्था थाविसीन ने थाईलैंड का 30वां प्रधानमंत्री बनने के लिए संसद में वोट हासिल किेए

:   Modified Date:  August 22, 2023 / 05:31 PM IST, Published Date : August 22, 2023/5:31 pm IST

बैंकॉक, 22 अगस्त (एपी) स्व-निर्वासन से पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा के लौटने के बाद और आठ साल कैद की सजा शुरू करने के कुछ घंटों बाद, थाईलैंड की फीयू थाई पार्टी के श्रेत्था थाविसीन ने देश के प्रधानमंत्री के पद पर निर्वाचन के लिए संसद में मंगलवार को पर्याप्त वोट हासिल किए।

देश के 30वें प्रधानमंत्री के लिए संसद में उपस्थित 727 सदस्यों में से 482 ने रियल एस्टेट कारोबारी श्रेत्था के पक्ष में मतदान किया। इसके साथ ही, मई में हुए चुनावों के बाद से जारी गतिरोध, कानूनी तकरार और सांसदों की खरीद-फरोख्त समाप्त हो गई है।

मतदान पूरा नहीं हो सका, लेकिन श्रेत्था को जीत के लिए पर्याप्त वोट हासिल हो गये हैं। सदन में किसी के गिर जाने के बाद मतदान रोकना पड़ गया। तब, करीब 20 वोट डाले जाने शेष थे।

श्रेत्था के समर्थक चुनाव बाद की महीनों लंबी अनिश्चितता समाप्त होने का जश्न मना रहे हैं, जिसमें विजेता प्रगतिशील मूव फॉरवर्ड पार्टी को रूढ़ीवादी सीनेटरों ने सत्ता में आने से रोक दिया है।

रियल एस्टेट कारोबारी श्रेत्था, फीयू थाई पार्टी द्वारा बनाये गये 11 दलों के गठबंधन का नेतृत्व करेंगे, जिसमें निवर्तमान प्रधानमंत्री प्रयुत चान ओचा से संबद्ध सैन्य समर्थक दो दल शामिल हैं।

मूव फॉरवर्ड को गठबंधन से बाहर कर दिया गया है। आलोचकों ने नयी सरकार को चुनाव नतीजों के साथ विश्वासघात करार दिया है, लेकिन फीयू थाई नेताओं ने इसका इस वजह से बचाव किया है कि राजनीतिक गतिरोध खत्म करने और सुलह शुरू करने के लिए यह आवश्यक है।

मंगलवार को लौटने से पहले 74 वर्षीय अरबपति थाकसिन ने कहा था कि वापस आने के उनके फैसले का सत्ता के लिए फीयू थाई पार्टी के फैसले से कोई लेना-देना नहीं है।

कई चुनाव विश्लेषकों ने यह अटकल लगायी है कि पार्टी ने थाकसिन की जेल की सजा रद्द कराने या इसकी अवधि घटाने के लिए पार्टी ने अपने पूर्व दुश्मनों से हाथ मिलाया है।

थाकसिन और उनके द्वारा समर्थित दलों ने वर्षों से सेना से संघर्ष किया है। थाकसिन ने 2006 में तख्तापलट के बाद 15 साल पहले थाईलैंड छोड़ दिया था। तख्तापलट के चलते वह प्रधानमंत्री के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाये थे।

थाकसिन की बहन यिंगलक शिनावात्रा नीत फीयू थाई पार्टी की सरकार को तत्कालीन सेना प्रमुख प्रयुत चान ओचा ने 2014 में अपदस्थ कर दिया था, जो अब निवर्तमान प्रधानमंत्री हैं और जिन्हें सेना से जुड़े दलों ने मई में खारिज कर दिया था।

फीयू थाई पार्टी चुनाव में दूसरे स्थान पर रही, लेकिन विजेता मूव फॉरवर्ड पार्टी को रूढ़ीवादी सीनेटरों द्वारा बार-बार खारिज किये जाने के बाद उन्हें सरकार बनाने का एक मौका मिल गया। इन सीनेटरों को पूर्ववर्ती सैन्य सरकार ने नियुक्त किया था।

एपी सुभाष पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)