भारत की जीडीपी से पिछड़ा चीन, 28 साल बाद निचले स्तर पर अर्थव्यवस्था, जानिए क्या है वजह | China's GDP back from india

भारत की जीडीपी से पिछड़ा चीन, 28 साल बाद निचले स्तर पर अर्थव्यवस्था, जानिए क्या है वजह

भारत की जीडीपी से पिछड़ा चीन, 28 साल बाद निचले स्तर पर अर्थव्यवस्था, जानिए क्या है वजह

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:56 PM IST, Published Date : January 22, 2019/6:24 am IST

नई दिल्ली। 28 साल में पहली बार चीन आर्थिक विकास दर में पिछड़ा है। जीडीपी के मामले में भारत ने पड़ोसी देश चीन को बड़ी पछाड़ा है। साल 2018 में चीन की अर्थव्यवस्था 6.6 फीसदी की रफ्तार से आगे बढ़ी है। वहीं वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में भारत की जीडीपी दर घटकर 7.1 फीसदी रह गई थी। यह पहली तिमाही में 8.2 फीसदी थी। इस हिसाब से इसमें 1.1 फीसदी की कमी देखने को मिली है। दरअसल, आर्थिक मोर्चे पर चीन के पिछड़ने की बड़ी वजह अमेरिका के साथ व्यापार मसले पर जारी तनाव और निर्यात में गिरावट मानी जा रही है।

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इस साल चीन की आर्थिक वृद्धि दर 2017 की 6.8 फीसदी से भी कम है। चीन की यह 1990 के बाद सबसे कम आर्थिक वृद्धि दर है। 1990 में चीन की आर्थिक वृद्धि की दर 3.9 फीसदी थी। एनबीएस के आंकड़ों के मुताबिक, चीन की अर्थव्यवस्था के करीब 6.5 फीसद की दर से बढ़ने का लक्ष्य रखा गया था।

दिसंबर तिमाही में चीन की आर्थिक वृद्धि दर 6.4 प्रतिशत रही, जो कि इससे पहले की तिमाही में 6.5 प्रतिशत थी, हालांकि पहले से ही यह आंकड़े आने का अनुमान था, लेकिन इससे ये साफ हो रहा है कि चीन की आर्थिक ताकत धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगी है। चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (NBS) ने कहा कि चीन की आर्थिक वृद्धि दर 2018 में 6.6 फीसदी रही।

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वहीं आर्थिक विकास दर के मोर्चे पर भारत के लिए अच्छी खबर है, IMF ने कहा कि 2018 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.3 फीसदी रही है। जबकि 2019 में 7.5 फीसदी और 2020 में 7.7 फीसदी रहने का अनुमान है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने सोमवार को यह अनुमान लगाते हुए कहा कि इन दो साल के दौरान चीन की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर एक प्रतिशत अंक अधिक रहेगी। इसके अलावा वर्ल्ड बैंक ने अनुमान लगाया है कि भारत 2018-19 में दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश बना रहेगा गौरतलब है पिछले करीब एक साल से व्यापार के मोर्चे पर चीन और अमेरिका के बीच तनाव जारी है। दोनों ने एक-दूसरे से आयातित वस्तुओं पर शुल्क लगाया हुआ है।