यामूसोकुरो (आइवरी कोस्ट), आठ फरवरी (एपी) जर्मनी की पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल को देश और यूरोपीय भागीदारों के प्रतिरोध के बावजूद जर्मनी में 12 लाख से अधिक प्रवासियों का स्वागत करने के उनके फैसले के लिए बुधवार को यूनेस्को शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
आयोजकों ने कहा कि 2015-2016 में जब जर्मनी ने सीरिया, इराक, अफगानिस्तान और इरीट्रिया में संघर्ष के कारण भागे शरणार्थियों का स्वागत किया तो मर्केल ने राजनीतिक साहस दिखाया। पुरस्कार देने वाली जूरी के अध्यक्ष डेनिस मुकवेगे ने ऐसे वक्त जर्मनी के द्वार खोलने के लिए मर्केल की प्रशंसा की ‘‘जब कई अन्य देश डर के साये में थे।’’
नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित मुकवेगे ने कहा, ‘‘आपने जनता की राय और निर्णय लेने वालों को दिखाया कि हमें न केवल अपने अधिकारों की , बल्कि संकट के समय दूसरों की भी रक्षा करनी है। यह भी कि प्रत्येक समाज को किसी भी प्रकार के भेदभाव के बिना मानव अधिकारों का सम्मान करने और उनकी रक्षा करने की पहले से कहीं अधिक आवश्यकता है।’’
पुरस्कार स्वीकार करते हुए मर्केल (68) ने वर्तमान शरणार्थी संकटों, विशेष रूप से यूक्रेन में युद्ध की बात की। मर्केल ने कहा, ‘‘हमने सोचा था कि यूरोप में युद्ध का समय बीत चुका है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन पिछले साल 24 फरवरी से, जब यूक्रेन पर रूस ने हमला किया, हम इस दुखद नतीजे पर पहुंचे हैं कि ऐसा नहीं है। इसने यूरोप को उसकी जड़ों तक हिला दिया है।’’
एपी आशीष पवनेश
पवनेश
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