वामपंथी ग्रामीण अध्यापक पेड्रो कास्टिलो पेरू के राष्ट्रपति निर्वाचित | Left-wing rural teacher Pedro Kastilo elected President of Peru

वामपंथी ग्रामीण अध्यापक पेड्रो कास्टिलो पेरू के राष्ट्रपति निर्वाचित

वामपंथी ग्रामीण अध्यापक पेड्रो कास्टिलो पेरू के राष्ट्रपति निर्वाचित

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:45 PM IST, Published Date : July 20, 2021/5:32 am IST

लीमा, 20 जुलाई (भाषा) ग्रामीण अध्यापक से नेता बने पेड्रो कास्टिलो पेरू में 40 साल में अब तक की सबसे लंबी मतगणना के बाद राष्ट्रपति पद के चुनाव में विजयी घोषित किए गए।

कास्टिलो ने दक्षिणपंथी नेता कीको फुजिमोरी को मात्र 44,000 मतों के अंतर से हराया। कास्टिलो के समर्थकों में पेरू के गरीबों एवं ग्रामीणों की बड़ी संख्या है। इतिहासकारों का कहना है कि कास्टिलो पेरू के राष्ट्रपति बनने वाले पहले किसान हैं।

निर्वाचन अधिकारियों ने सोमवार को अंतिम आधिकारिक परिणाम जारी गए। दक्षिण अमेरिकी देश में हुए चुनाव के एक महीने से अधिक समय बाद चुनाव की घोषणा की गई है।

‘पेरू लिब्रे पार्टी’ के चुनाव चिह्न बेंत के आकार की पेंसिल के साथ कास्टिलो ने ‘‘अमीर देश में अब कोई गरीब नहीं होगा’’ का नारा लोकप्रिय किया। दुनिया के दूसरे सबसे बड़े तांबा उत्पादक पेरू की अर्थव्यवस्था पर कोरोनो वायरस महामारी की बुरी मार पड़ी है और देश की करीब एक-तिहाई आबादी गरीब हो गई है।

कास्टिलो ने खनन क्षेत्र से होने वाली आय का इस्तेमाल शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्रों समेत जनसेवाओं में सुधार के लिए करने का वादा किया है। वैश्विक महामारी ने इन क्षेत्रों की खामियों को उजागर कर दिया है।

कास्टिलो (51) ने पेरू के तीसरे सबसे गरीब जिले अंगुइया में अप्रैल में ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ से कहा था, ‘‘जिनके पास कार नहीं है, उनके पास कम से कम एक साइकिल होनी चाहिए।’’

राष्ट्रपति के चुनाव के लिए खड़े होकर पेरू वासियों एवं पर्यवेक्षकों को हैरान कर देने वाले कास्टिलो ने बहुराष्ट्रीय खनन और प्राकृतिक गैस कंपनियों के राष्ट्रीयकरण पर अपने पहले प्रस्तावों को नरम कर दिया है। इसके बजाय, उनके चुनाव प्रचार अभियान ने कहा कि वह तांबे की उच्च कीमतों के कारण मुनाफे पर कर बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं। तांबे की कीमत प्रति टन 10,000 डॉलर से अधिक है।

पेरू के इतिहासकार एवं यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया-सैंटा बारबरा की प्रोफेसर सेसिलिया मेंदेज ने कहा, ‘‘अभी तक ऐसा कभी नहीं हुआ है, जब कोई पेशेवर, सैन्य या आर्थिक रूप से समृद्ध समूह से संबंध नहीं रखने वाला व्यक्ति राष्ट्रपति बना हो।’’

पूर्व सांसद फुजिमोरी व्यापारिक अभिजात वर्ग के समर्थन से राष्ट्रपति पद के लिए तीसरी बार खड़ी हुई थीं। वह जेल में बंद पूर्व राष्ट्रपति अल्बर्टो फुजिमोरी की बेटी हैं।

कास्टिलो के विजयी होने की घोषणा के इंतजार में पेरू की राजधानी लीमा में निर्वाचन अधिकरण के सामने विभिन्न क्षेत्रों के सैकड़ों पेरूवासी एक महीने से अधिक समय से डेरा डाले हुए थे। इन्हीं लोगों में शामिल एक पर्यावरण कार्यकर्ता मारुजा इंक्विला ने कहा कि कई लोग कास्टिलो की पार्टी से नहीं हैं, लेकिन उन्हें प्रोफेसर पर भरोसा है कि ‘‘वह अन्य राजनेताओं की तरह नहीं होंगे, जिन्होंने अपने वादे पूरे नहीं किए और गरीबों के लिए काम नहीं किया’’।

फुजिमोरी ने सोमवार को कहा कि वह कास्टिलो की जीत को स्वीकार करेंगी। इससे पहले उन्होंने कास्टिलो पर चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था।

कास्टिलो ने कजमार्का के एक दूरदराज के गांव सैन लुइस डी पुना में 25 वर्षों तक प्राथमिक स्कूल के शिक्षक के रूप में काम किया। उन्होंने अपने समुदाय के किसानों की तरह रबर की सैंडल और चौड़ी टोपी पहनकर प्रचार किया।

एपी सिम्मी शाहिद

शाहिद

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)