म्यांमा के घातक गृह युद्ध और संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई : आसियान नेता |

म्यांमा के घातक गृह युद्ध और संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई : आसियान नेता

म्यांमा के घातक गृह युद्ध और संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई : आसियान नेता

:   Modified Date:  May 11, 2023 / 05:38 PM IST, Published Date : May 11, 2023/5:38 pm IST

लाबुआन बाजो (इंडोनेशिया), 11 मई (एपी) इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने बृहस्पतिवार को दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों के नेताओं के सामने बड़ी ही उदासीनता के साथ स्वीकार किया कि म्यांमा में जारी गृह युद्ध और संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई है।

जोको विडोडो ने म्यांमा में हिंसा को समाप्त करने के लिए नेताओं से नए सिरे से आह्वान किया। म्यांमा में हाल ही में एक हवाई हमला किया गया था, जिसे अधिकार समूह ने ‘स्पष्ट युद्ध अपराध’ करार दिया था।

इंडोनेशियाई बंदरगाह शहर लाबुआन बाजो में आयोजित दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के अंतिम दिन विडोडो ने सदस्य देशों के नेताओं से कहा, ‘‘ मुझे ईमानदारी के साथ इसका जवाब देना चाहिए। म्यांमा में गृह युद्ध की स्थिति और संघर्ष को समाप्त करने के लिए पांच सूत्री सहमति के कार्यान्वयन में कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं हुई है। ’’

गौरतलब है कि आसियान की अध्यक्षता वर्ष 2023 के लिए विडोडो के पास है। विडोडो 2021 में म्यांमा के शीर्ष जनरल के साथ 10 देशों के संगठन द्वारा बनाई गई एक शांति प्रस्ताव योजना का जिक्र कर रहे थे, जिसमें आसियान की ओर से नियुक्त विशेष दूत के माध्यम से म्यांमा में विरोधी दलों के बीच हिंसा को तत्काल समाप्त करने और बातचीत शुरू करने का आह्वान किया गया था।

म्यांमा में सेना के नेतृत्व वाली सरकार ने इस शांति प्रस्ताव योजना को लागू करने के लिए कदम उठाने से इनकार कर दिया था। इसके परिणामस्वरूप म्यांमा के शासक जनरलों को आसियान की शिखर बैठकों से बाहर कर दिया गया था।

म्यांमा के सैन्य शासकों ने आसियान के इस कदम का यह कहते हुए विरोध किया कि एक दूसरे के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप न करने और आम सहमति से निर्णय लेने की नीति से आसियान संगठन भटक गया है।

एपी रवि कांत नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)