इजराइल के हमलों के बीच शिफा अस्पताल के मरीज, कर्मचारी परिसर छोड़कर गये |

इजराइल के हमलों के बीच शिफा अस्पताल के मरीज, कर्मचारी परिसर छोड़कर गये

इजराइल के हमलों के बीच शिफा अस्पताल के मरीज, कर्मचारी परिसर छोड़कर गये

:   Modified Date:  November 18, 2023 / 09:08 PM IST, Published Date : November 18, 2023/9:08 pm IST

खान यूनिस (गाजा पट्टी), 18 नवंबर (एपी) मरीजों, कर्मचारियों और विस्थापित लोगों ने शनिवार को गाजा के सबसे बड़े अस्पताल को छोड़ दिया जिससे वहां मौजूद बेहद गंभीर रूप से बीमार लोगों की देखभाल के लिये बेहद सीमित संख्या में ही स्वास्थ्यकर्मी रह गए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

अस्पताल पर अब इजराइली सुरक्षा बलों का नियंत्रण हैं।

गाजा शहर में शिफा अस्पताल से पलायन उसी दिन हुआ जब गाजा पट्टी में इंटरनेट और फोन सेवा बहाल की गई। दूरसंचार सेवाओं के ठप होने की वजह से संयुक्त राष्ट्र महत्वपूर्ण मानवीय सहायता वितरण बंद करने के लिए मजबूर हो गया था क्योंकि वह राहत सामग्री के काफिलों का समन्वय करने में असमर्थ था।

अरबी भाषा में एक सोशल मीडिया पोस्ट में सैन्य चेतावनी के साथ इजराइल ने गाजा शहर में अपने आक्रमण का विस्तार करते हुए पूर्व और उत्तर के निकटवर्ती इलाकों में रहने वालों तथा जबालिया के शहरी शरणार्थी शिविर के लोगों को उनकी सुरक्षा के लिये इलाका छोड़ने को कहा।

इसमें कहा गया है कि उन्हें निकलने का मौका देने के लिए सैन्य गतिविधियों को कुछ देर के लिए रोक दिया जाएगा। इससे पहले सप्ताह की शुरुआत में इजराइली रक्षा मंत्री ने कहा था कि सैनिकों ने गाजा शहर के पश्चिम में अभियान पूरा कर लिया है।

गाजा पट्टी के दक्षिण में भी हमले जारी रहे, जहां इजराइली हवाई हमले में खान यूनिस शहर के बाहरी इलाके में एक आवासीय इमारत पर हमला किया गया, जिसमें कम से कम 26 फलस्तीनियों की मौत हो गई। जिस अस्पताल में शव ले जाए गए थे वहां के एक डॉक्टर ने यह जानकारी दी।

इजराइल की सेना हमास कमांड सेंटर का पता लगाने के लिए शिफा अस्पताल में तलाशी ले रही है। इजराइली सेना का आरोप है कि यह कमांड सेंटर इमारत के नीचे स्थित है।

सेना ने शनिवार को कहा कि अस्पताल के निदेशक ने उनसे उन लोगों की मदद करने के लिए कहा था जो सुरक्षित मार्ग से जाना चाहते हैं।

सेना ने कहा कि उसने किसी को भी निकलने का आदेश नहीं दिया है, और चिकित्सा कर्मियों को उन रोगियों की मदद करने के लिए अस्पताल में रहने की अनुमति दी जा रही है जिन्हें स्थानांतरित नहीं किया जा सकता है।

मरीजों के निकलने के बाद शिफा अस्पताल के चिकित्सक डॉ. अहमद मोखाल्लालती ने सोशल मीडिया पर कहा कि लगभग 120 वे मरीज बचे हैं जो जाने में असमर्थ हैं और उनमें से कुछ गहन देखभाल इकाई वाले और समय से पहले जन्मे बच्चे शामिल थे।

डॉ. मोखाल्लालती ने कहा कि वह और पांच अन्य डॉक्टर उनकी देखभाल के लिए वहां हैं।

एपी प्रशांत देवेंद्र

देवेंद्र

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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