भाजपा के पूर्व प्रवक्ताओं की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन |

भाजपा के पूर्व प्रवक्ताओं की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन

भाजपा के पूर्व प्रवक्ताओं की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:59 PM IST, Published Date : June 16, 2022/8:15 pm IST

ढाका, 16 जून (भाषा) बांग्लादेश में एक इस्लामी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को देश की राजधानी ढाका में सड़कों पर उतरकर मांग की कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा के दो पूर्व प्रवक्ताओं द्वारा की गई विवादास्पद टिप्पणी की निंदा करने के लिए संसद में एक प्रस्ताव पारित किया जाए और भारतीय दूत को विदेश कार्यालय तलब कर आधिकारिक विरोध दर्ज कराया जाए।

इस्लामी आंदोलन के समर्थकों ने बैतुल मोकर्रम मस्जिद के सामने प्रदर्शन किया और फिर बारिश के बीच वहां से कई किलोमीटर दूर ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग की ओर बढ़े लेकिन दंगा रोधी पुलिस ने शांतिनगर इलाके में प्रदर्शनकारियों को रोक दिया।

हालांकि, पुलिस ने संगठन के पांच प्रतिनिधियों के एक प्रतिनिधिमंडल को बरिधरा इलाके में ढाका के राजनयिक एन्क्लेव में उप पुलिस आयुक्त के कार्यालय में एक ज्ञापन पेश करने की अनुमति दी, जहां भारतीय उच्चायोग स्थित है।

उप पुलिस आयुक्त मोहम्मद असदुज्जमां ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें ज्ञापन मिला और इसे भारतीय उच्चायोग को सौंप दिया गया।’’

प्रदर्शनकारियों ने यह भी मांग की कि प्रधानमंत्री शेख हसीना को विवादास्पद टिप्पणी की सार्वजनिक रूप से निंदा करनी चाहिए और भारतीय अधिकारियों को दो निलंबित भाजपा नेताओं को गिरफ्तार करना चाहिए।

एक हफ्ते में ढाका में इस तरह का यह दूसरा प्रदर्शन था। पिछले शुक्रवार को इस मुद्दे को लेकर सैकड़ों लोग ढाका और बांग्लादेश के कई अन्य प्रमुख शहरों में सड़कों पर उतर आए थे।

इस सप्ताह की शुरुआत में, सूचना और प्रसारण मंत्री हसन महमूद ने कहा था कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भाजपा के दो पूर्व पदाधिकारियों द्वारा की गई टिप्पणी से उत्पन्न विवाद भारत का ‘आंतरिक मुद्दा’ है और यह कुछ अन्य मुस्लिम देशों के विपरीत बांग्लादेश में ध्यान खींचने वाला मामला नहीं है।

यहां आने वाले भारतीय पत्रकारों के एक समूह से बात करते हुए, महमूद ने कहा था, ‘यह (बांग्लादेश का) आंतरिक मामला नहीं है, बल्कि एक बाहरी मुद्दा है। यह भारत का आंतरिक मुद्दा है। जब भी दुनिया में ऐसा कुछ होता है, तो कुछ इस्लामी पार्टियां यहां भी विरोध प्रदर्शन करती हैं, यह अक्सर होता है।’’

भाषा अमित नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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