श्रीलंका की संसद के अध्यक्ष ने राष्ट्रपति से इस हफ्ते सत्र बुलाने को कहा |

श्रीलंका की संसद के अध्यक्ष ने राष्ट्रपति से इस हफ्ते सत्र बुलाने को कहा

श्रीलंका की संसद के अध्यक्ष ने राष्ट्रपति से इस हफ्ते सत्र बुलाने को कहा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:34 PM IST, Published Date : May 10, 2022/5:43 pm IST

कोलंबो, 10 मई (भाषा) श्रीलंकाई संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धना ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे से कहा कि वे अभूतपूर्व हिंसा और कई दशक में देश के सर्वाधिक खराब आर्थिक संकट को लेकर सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध प्रदर्शन के बीच मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए जल्द से जल्द सदन का सत्र बुलाएं। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

स्पीकर महिंदा यापा अभयवर्धना ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को इस अनुरोध के साथ फोन किया था।

संसदीय अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रपति को 17 मई की निर्धारित तिथि से पहले संसद सत्र फिर से बुलाना होगा क्योंकि वर्तमान में कोई प्रधानमंत्री और सरकार नहीं है।

श्रीलंका में घोर आर्थिक संकट के बीच महिंदा राजपक्षे (76) ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इससे कुछ ही घंटों पहले, उनके समर्थकों ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला किया था, जिसके कारण प्राधिकारियों को राजधानी में सैन्य बलों को तैनात करना पड़ा और राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगाना पड़ा।

सरकार विरोधी शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा भड़काने के लिये विपक्षी दल महिंदा राजपक्षे की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। सरकार समर्थकों और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे का इस्तीफा मांग रहे विरोधियों के बीच हुई झड़प में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर मंगलवार को आठ हो गई तथा 200 से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस हिंसा के दौरान कई राजनेताओं के घरों में आगजनी भी की गई।

राष्ट्रपति कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि गोटबाया राजपक्षे को सरकार बनाने के लिए संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले राजनीतिक दलों के नेताओं से मिलना है। अध्यक्ष अभयवर्धना ने यह भी कहा कि उन्होंने खुद पार्टी नेताओं की एक बैठक की सूचना दी थी ताकि सत्र को फिर से बुलाने के लिये सदन के कामकाज पर चर्चा की जा सके।

पुलिस प्रमुख चंदना विक्रमरत्ने ने कहा कि उन्होंने राजपक्षे समर्थक गुट द्वारा सोमवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हमले की जांच के लिए अपराध शाखा को आदेश दिए हैं। एक बयान में कहा गया कि हमले में शामिल सभी लोगों की गिरफ्तारी के लिये व्यापक जांच की जाएगी।

अटॉर्नी जनरल ने भी पुलिस प्रमुख को जांच करने के लिये लिखा है।

इसबीच महिंदा राजपक्षे आज सुबह अपने ‘टेंपल ट्रीज’ आवास से निकल गए। भीड़ ने सुबह उनके घर में घुसने की कोशिश की थी। ‘टेंपल ट्रीज’ आवास में घुसने की कोशिश कर रही भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने सोमवार की रात आंसू गैस के गोले छोड़े।

एक भीड़ ने अब पूर्वी बंदरगाह शहर ट्रिंकोमाली में नौसैनिक मुख्यालय को घेर रखा है और महिंदा राजपक्षे को परिसर से बाहर करने की मांग कर रही है। एसएलपीपी सूत्रों ने कहा कि वह (महिंदा राजपक्षे) कहां हैं इसकी जानकारी नहीं है।

इस बीच वकीलों के एक समूह ने महिंदा राजपक्षे और उनके सहयोगियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस मुख्यालय में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया है कि महिंदा राजपक्षे और उनके सहयोगियों ने सोमवार को सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हमले करने के लिए लोगों को कथित तौर पर उकसाया था।

राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने शुक्रवार मध्यरात्रि से देश में आपातकाल की घोषणा कर दी थी। यह लगभग एक महीने में दूसरा मौका था जब भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहे इस द्वीपीय राष्ट्र में आपातकाल लगाया गया है।

भाषा

प्रशांत पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)