संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संस्था के विशेषज्ञों ने यूक्रेन में युद्ध अपराध के सबूत होने की बात कही |

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संस्था के विशेषज्ञों ने यूक्रेन में युद्ध अपराध के सबूत होने की बात कही

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संस्था के विशेषज्ञों ने यूक्रेन में युद्ध अपराध के सबूत होने की बात कही

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:37 PM IST, Published Date : September 23, 2022/3:40 pm IST

जिनेवा, 23 सितंबर (एपी) संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष मानवाधिकार संस्था द्वारा यूक्रेन में मानवाधिकारों के उल्लंघन का पता लगाने के लिए नियुक्त विशेषज्ञों के दल ने शुक्रवार को कहा कि उसकी शुरुआती पड़ताल में देश में युद्ध अपराध होने के सबूत मिले हैं।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद द्वारा नियुक्त जांच आयोग के विशेषज्ञों ने अपनी पड़ताल में अभी तक चार क्षेत्रों- कीव, चेर्निहीव, खारकीव और सुमी पर ध्यान केंद्रित किया है।

रूस के यूक्रेन पर हमले शुरू करने के करीब सात महीने बाद विशेषज्ञों ने अपने अध्ययन में पूर्व में हिरासत में लिये गये लोगों से बातचीत का हवाला दिया है जिनके साथ रूस के निरुद्ध केंद्रों में मारपीट हुई, बिजली के झटके दिये गये और जबरन निर्वस्त्र किया गया।

आयोग के अध्यक्ष एरिक मूज ने कहा, ‘‘हमने जिन क्षेत्रों का दौरा किया वहां बड़ी संख्या में लोगों को मारे जाने का पता चला। आयोग इस समय 16 शहरों और बस्तियों में इस तरह की हत्याओं के मामलों की जांच कर रहा है।’’

मूज ने कहा कि उनके दल को हत्याओं के और भी कई मामलों के प्रामाणिक आरोपों की जानकारी मिली है और उन्हें दर्ज किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि जांचकर्ताओं ने 27 शहरों और बस्तियों तथा कब्रिस्तानों एवं प्रताड़ना केंद्रों का दौरा किया, 150 से अधिक पीड़ितों और गवाहों से बातचीत की और सामाजिक समूहों तथा सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की।

मूज ने कहा, ‘‘आयोग द्वारा संकलित सबूतों के आधार पर निष्कर्ष निकाला गया है कि यूक्रेन में युद्ध अपराध हुए हैं।’’

उन्होंने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि युद्ध में किस पक्ष ने कथित अपराध किये हैं।

मूज ने कहा कि टीम ने यूक्रेनी बलों द्वारा रूस के जवानों के खिलाफ बदसलूकी की दो घटनाओं का भी अध्ययन किया।

उन्होंने कहा कि रूस के जवानों द्वारा 4 से 82 साल के लोगों के साथ यौन या लैंगिक अपराध करने का भी पता चला है और इन जवानों की संख्या स्पष्ट नहीं है।

एपी वैभव मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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