न्यूयार्क, 21 सितंबर (एपी) कोविड-19 महामारी और ग्लोबल वार्मिंग सहित अन्य बढ़ते संकट से निपटने के एजेंडे के साथ पिछले दो साल में पहली बार विश्व के नेता मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र में एकत्र हुए।
अन्य मुख्य मुद्दों में अमेरिका-चीन के बीच बढ़ते तनाव, अफगानिस्तान के नये तालिबान शासकों के तहत युद्ध प्रभावित देश का अनिश्चित भविष्य और यमन, सीरिया और इथोपिया में जारी संघर्ष शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस महामारी के पूरे विश्व में प्रसार होने के चलते पिछले साल किसी देश के नेता संयुक्त राष्ट्र नहीं पहुंचे थे, इसलिए नेताओं के सभी संबोधन पहले से रिकार्ड किये हुए थे, जबकि कुछ राजदूतों ने भी संयुक्त राष्ट्र को संबोधित किया।
इस साल संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व के नेताओं को न्यूयार्क आने या ऑनलाइन उपस्थित रहने का विकल्प दिया है। हालांकि, 100 से भी अधिक नेताओं ने महासभा भवन में उपस्थित रहने का फैसला किया है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सप्ताह भर चलने वाले कार्यक्रम की शुरूआत की।
संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, ‘‘विश्व की स्थिति के बारे में चिंता प्रकट करने का कोई अवसर नहीं छोड़ा जाएगा और वह प्रगति की राह में विभिन्न अड़चनों को दूर करने के लिए एक दृष्टि पत्र भी साझा करेंगे।’’
संरा महासचिव ने कहा, ‘‘मैं यहां चेतावनी देने के लिए हूं। विश्व को अवश्य जागना चाहिए। ’’
मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र में तीन वक्ताओं पर सबकी नजर रहेगी, जिनमें अकेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रइसी शामिल हैं।
एपी सुभाष पवनेश
पवनेश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)