भोपाल: CM Face in Madhya Pradesh मध्यप्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। ये सवाल इस वक्त हर किसी के जुबां पर है। सारी निगाहें दिल्ली पर टिकी हैं जहां भाजपा के दिग्गजों के बीच इस पर मंथन जारी है। इधर मध्यप्रदेश में सीएम शिवराज सिंह चौहान अलग अंदाज में नजर आ रहे हैं। शिवराज अब विधानसभा चुनाव में हारी हुई सीटों पर फोकस कर रहे हैं, उन क्षेत्रों की लाडली बहनों से मिल रहे हैं, कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा रहे हैं। शिवराज इसे भाजपा का मिशन 29 बता रहे हैं। यानि 2024 में लोकसभा की सभी सीटें जीतने की लक्ष्य। अब सवाल ये है कि क्या वाकई शिवराज लोकसभा चुनाव पर फोकस कर रहे हैं या सीएम की दौड़ में खुद को सबसे बड़े दावेदार के रूप में पेश कर रहे हैं। क्या ये सब सीएम की कुर्सी के लिए प्रेशर पॉलिटिक्स का हिस्सा है या वाकई पार्टी की रणनीति है।
CM Face in Madhya Pradesh मध्यप्रदेश में बंपर जीत के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान एक्टिव मोड नजर आ रहे हैं। 230 विस सीटों में से 163 सीट जीतने के बाद सीएम शिवराज की नजरें अब उन सीटों पर है, जहां से भाजपा चुनाव हारी है। सीएम शिवराज हारी हुई सीटों पर अब मेहनत करते नजर आ रहे हैं। शिवराज हारी हुई विधानसभा सीटों पर जाकर कार्यकर्ताओं से न केवल मुलाकात कर रहे हैं, बल्कि उनका उत्साह भी बढ़ा रहे। 6 दिसंबर को सीएम शिवराज छिंदवाड़ा दौरे पर थे। छिदवाड़ा में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिली है।
वहां उन्होंने कार्यकर्ताओं का हौंसला बढ़ाया औऱ जनता से विकास की गारंटी का वचन दिया और साथ ही उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा से हमने मिशन-29 प्रारंभ किया है। वहीं 7 दिसंबर को वो श्योपुर दौरे पर रहे, यहां उन्होंने लाड़ली बहना कार्यक्रम में शिरकत की। इसके बाद मेला मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित किया और 8 दिसंबर को सीएम शिवराज राघौगढ़ के दौरे पर रहेंगे। जहां बीजेपी बहुत कर अंतर से चुनावी हारी।
वहीं इस चुनाव में शानदार परफॉर्मेंस के बाद अब उनका पूरा फोकस 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर दिख रहा है। छिंदवाड़ा में तो उन्होंने बीजेपी प्रदेश की सभी 29 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
मुख्यमंत्री किसी भी बीजेपी नेता से कमतर नहीं है, ऐसे में केंद्रीय नेतृत्व कोई भी फैसला शिवराज से पूछे बगैर लेगा? ऐसा व्यवहारिक नहीं है। शिवराज के अलावा मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में नरेंद्र सिंह तोमर ,प्रहलाद पटेल, वीडी शर्मा, ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित और भी कई दावेदार है यही कारण है कि मिशन लोकसभा को देखते हुए पार्टी नेतृत्व अभी तक मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला नहीं कर पाया है।
बंपर जीत के बाद एक्टिव मोड में CM शिवराज के आखिर मायने क्या है? ऐतिहासिक जीत के बाद CM शिवराज का कद क्या और बढ़ गया है? ये एक्टिवनेस क्या सीएम फेस को लेकर कोई प्रेशर पॉलिटिक्स तो नहीं? शिवराज के हालिया आंदाज से ये सवाल उठ रहे हैं।
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