अजूनी बायोटेक को मोरिंगा के वाणिज्यिक उत्पादन से 200 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय की उम्मीद |

अजूनी बायोटेक को मोरिंगा के वाणिज्यिक उत्पादन से 200 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय की उम्मीद

अजूनी बायोटेक को मोरिंगा के वाणिज्यिक उत्पादन से 200 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय की उम्मीद

:   Modified Date:  May 27, 2024 / 06:45 PM IST, Published Date : May 27, 2024/6:45 pm IST

नयी दिल्ली, 27 मई (भाषा) पशु स्वास्थ्य सेवा समाधान प्रदाता कंपनी अजूनी बायोटेक को वित्त वर्ष 2025-26 तक मोरिंगा (सहजन) के वाणिज्यिक उत्पादन से अतिरिक्त 200 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व कमाने की उम्मीद है।

अग्रणी पशु चारा निर्माता इस कंपनी ने सोमवार को 2025-26 तक मोरिंगा के व्यावसायिक उत्पादन की अपनी योजना का खुलासा किया।

अजूनी बायोटेक के प्रबंध निदेशक जसजोत सिंह ने कहा, ‘‘हमें अपने मोरिंगा परिचालन से 150 करोड़ रुपये से 200 करोड़ रुपये का महत्वपूर्ण अतिरिक्त वार्षिक राजस्व कमाने का अनुमान है, जिसमें वित्त वर्ष 2025-26 से 40-50 प्रतिशत का अनुमानित लाभ मार्जिन होगा।’’

मोरिंगा, पशु कल्याण के लिए महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करता है और बीजों से प्राप्त मोरिंगा तेल विमानन जैव ईंधन में उपयोग के लिए आशाजनक विशेषताओं को प्रदर्शित करता है।

बयान में कहा गया है कि इस क्षमता को पहचानते हुए अजूनी बायोटेक सक्रिय रूप से मोरिंगा को अपनी उत्पाद विकास रणनीति में एकीकृत कर रही है।

सिंह ने कहा, ‘‘मोरिंगा क्रांति हमारे सामने है, और अजूनी बायोटेक इसमें सबसे आगे है। मोरिंगा, जिसे अक्सर ‘चमत्कारी वृक्ष’ कहा जाता है, पशु स्वास्थ्य और टिकाऊ प्रथाओं के भविष्य के लिए अपार संभावनाएं रखता है।’’

इस बीच, अजूनी बायोटेक का लक्ष्य, मौजूदा निर्गम (राइट्स-इश्यू) के जरिये 43.81 करोड़ रुपये जुटाने का है, जो 21 मई को शुरू हुआ और 31 मई को बंद होगा।

शेयरधारकों को पांच रुपये प्रति शेयर की रियायती कीमत पर अतिरिक्त शेयर हासिल करने का मौका दिया गया है। शेयरधारकों को 18 मई, 2024 के बंद शेयर मूल्य पर 20 प्रतिशत से अधिक की छूट दी गई है।

सिंह ने कहा, राइट्स इश्यू के माध्यम से जुटाई गई धनराशि हमें वित्त वर्ष 2025-26 तक मोरिंगा का व्यावसायिक उत्पादन शुरू करने के हमारे लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ाने में सहायक होगी।

वित्त वर्ष 2023-24 में अजूनी बायोटेक का शुद्ध मुनाफा 93.75 प्रतिशत बढ़कर 2.17 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)