नयी दिल्ली, सात दिसंबर (भाषा) कोयला आधारित ताप विद्युत उत्पादन इस साल अप्रैल-अक्टूबर के दौरान एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 16.1 प्रतिशत बढ़कर 594.4 अरब यूनिट (बीयू) हो गया है। मंगलवार को संसद को यह जानकारी दी गई।
केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि पिछले साल की समान अवधि में कोयला आधारित ताप विद्युत उत्पादन 511.9 अरब यूनिट का हुआ था।
वर्ष 2019 में अप्रैल-अक्टूबर के दौरान कोयला आधारित ताप विद्युत उत्पादन 565.8 अरब यूनिट था।
मंत्री ने बताया, ‘‘वर्ष 2020-21 में कोविड -19 महामारी के दौरान कम मांग के कारण बिजली उत्पादन प्रभावित हुआ था। वर्ष 2021-22 में अप्रैल-अक्टूबर 2021 के दौरान बिजली उत्पादन वास्तव में पिछले दो साल के मुकाबले बढ़ा है। ।’’
मंत्री ने कहा, ‘‘देश में सभी उपभोक्ताओं की बिजली की मांग को पूरा करने के लिए बिजली की पर्याप्त उपलब्धता है। स्थापित उत्पादन क्षमता लगभग 391 गीगावॉट की है जो आज की तारीख तक व्यस्त समय की अधिकतम 200 गीगावॉट की उच्चतम मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।’’
भारत ने इस साल अप्रैल से अक्टूबर तक 2,333 मेगावॉट की पारंपरिक बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ाई है जिसमें 2,120 मेगावॉट ताप विद्युत और 213 मेगावॉट जलविद्युत क्षमता शामिल है।
भाषा राजेश राजेश अजय
अजय
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता 2030 तक तीन गुना करने को 12…
12 hours ago