नयी दिल्ली, 25 सितंबर (भाषा) सूक्ष्म, लघु एवं मझोला उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि कयर बोर्ड ने कोंकर्ण क्षेत्र में कयर उद्योग के विकास के लिए कई प्रस्ताव दिए हैं, जिनमें विभिन्न सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना और निर्यात को प्रोत्साहित करना शामिल है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक कोंकण क्षेत्र में कयर उद्योग को विकसित करने के लिए सिंधुदुर्ग में कयर बोर्ड के वर्तमान उप-क्षेत्रीय कार्यालय को स्थानांतरित कर दिया गया है और कुडाल में क्षेत्रीय कार्यालय का अद्यतन किया गया है।
यह कार्यालय महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा में कयर उद्योग के विकास के लिए उन्नत गतिविधियों का संचालन करेगा।
क्षेत्रीय कार्यालय के तहत कोंकण क्षेत्र के साथ ही अन्य राज्यों में और अधिक विकासात्मक गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
बयान में कहा गया कि एमएसएमई मंत्रालय ने गुजरात में 472.73 लाख रुपये की परियोजना परिव्यय के साथ दो स्फूर्ति समूहों को मंजूरी दी है।
इसी तरह महाराष्ट्र में एमएसएमई मंत्रालय ने 361.86 लाख रुपये के परियोजना परिव्यय के साथ दो स्फूर्ति समूहों को मंजूरी दी है।
भारत सरकार ने कयर उद्योग के विकास के लिए कयर बोर्ड की स्थापना की थी। बोर्ड का मुख्यालय केरल के कोच्चि में है।
कयर उद्योग देश के विभिन्न राज्यों में सात लाख से अधिक कयर श्रमिकों, मुख्य रूप से महिलाओं को आजीविका मुहैया कराता है। देश में 1,570 पंजीकृत कयर निर्यातक हैं।
भाषा पाण्डेय अजय
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