त्योहारी मांग से तेल-तिलहन कीमतों में सुधार, डीओसी मांग घटने से सोयाबीन दाना, लूज के भाव टूटे |

त्योहारी मांग से तेल-तिलहन कीमतों में सुधार, डीओसी मांग घटने से सोयाबीन दाना, लूज के भाव टूटे

त्योहारी मांग से तेल-तिलहन कीमतों में सुधार, डीओसी मांग घटने से सोयाबीन दाना, लूज के भाव टूटे

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:25 PM IST, Published Date : October 11, 2021/6:58 pm IST

नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर (भाषा) देश में त्योहारी मांग बढ़ने के कारण दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में सोमवार को मूंगफली तेल-तिलहन, बिनौला, सीपीओ, पामोलीन और सोयाबीन तेल कीमतों में सुधार आया। दूसरी ओर सोयाबीन के तेल रहित खल (डीओसी) की मांग कमजोर होने से सोयाबीन तिलहन के भाव में नरमी रही।

बाजार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में कच्चा पामतेल के अक्टूबर अनुबंध का भाव 5,170 रिंग्गिट के सर्वकालिक ऊंचाई पर जा पहुंचा जो वर्ष 2008 में लगभग 4,400 रिंग्गिट के स्तर पर था। सीपीओ में इस रिकॉर्ड तेजी का असर स्थानीय बाजार पर भी दिखा और भाव में मजबूती रही।

मलेशिया एक्सचेंज में इस 0.35 प्रतिशत की तेजी तथा डॉलर के मुकाबले रुपया के कमजोर होने से भी तेल कीमतों में सुधार रहा। त्योहारी मांग और खाद्य तेलों के कमजोर भंडार के कारण भी कीमतों में सुधार को बल मिला। दूसरी ओर देश में डीओसी का आयात शुरु होने के बाद स्थानीय नये सोयाबीन की मंडियों में आवक बढ़ने के बाद डीओसी का अधिशेष स्टॉक बन गया है जबकि निर्यात की मांग बेहद कमजोर है। इस स्थिति के कारण सोयाबीन दाना और लूज (तिलहन) के भाव में नरमी रही जबकि त्योहारी मांग होने और विदेशों में तेजी की वजह से सोयाबीन तेल कीमतें सुधार के साथ बंद हुई। देश भर की मंडियों में सोमवार को सोयाबीन की आवक छह लाख बोरी की रही।

सूत्रों ने कहा कि शनिवार को डीओसी की कीमत 4,800 रुपये क्विन्टल के भाव पर बंद हुई थी जो सोमवार को घटकर 4,400 रुपये क्विन्टल रह गई।

उन्होंने कहा कि नवरात्र के बाद देश में खाद्य तेलों की मांग में इजाफा होगा। एनसीडीईएक्स में सरसों के जनवरी माह में डिलिवरी वाले अनुबंध का भाव 252 रुपये प्रति क्विन्टल ऊंचा बंद हुआ। सरसों की भारी कमी के बीच वायदा कारोबार में सरसों के नये अनुबंध के कारोबार पर रोक के बाद उत्तर पदेश और पंजाब के सरसों तेल पैकिंग करने वाली कंपनियों ने नवंबर के लिए चरखी दादरी से 18,000 रुपये क्विन्टल के भाव सरसों पक्की घानी का तेल खरीद की।

उन्होंने कहा कि त्योहारी मांग के कारण मूंगफली तेल तिलहन के भाव में भी सुधार आया जबकि स्थानीय मांग निकलने से बिनौला तेल कीमत भी सुधार के साथ बंद हुई।

बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन – 8,870 – 8,895 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।

मूंगफली – 6,585 – 6,670 रुपये।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 15,000 रुपये।

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,220 – 2,350 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 17,750 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,700 -2,750 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,785 – 2,895 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 15,500 – 18,000 रुपये।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 14,750 रुपये।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 14,430 रुपये।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 13,300

सीपीओ एक्स-कांडला- 12,070 रुपये।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 14,000 रुपये।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,550 रुपये।

पामोलिन एक्स- कांडला- 12,400 (बिना जीएसटी के)।

सोयाबीन दाना 5,300 – 5,500, सोयाबीन लूज 5,000 – 5,100 रुपये।

मक्का खल (सरिस्का) 3,800 रुपये।

भाषा राजेश

राजेश रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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