देश के लोगों के लिए सेहत, व्यक्तिगत वित्त शीर्ष प्राथमिकता: सर्वेक्षण |

देश के लोगों के लिए सेहत, व्यक्तिगत वित्त शीर्ष प्राथमिकता: सर्वेक्षण

देश के लोगों के लिए सेहत, व्यक्तिगत वित्त शीर्ष प्राथमिकता: सर्वेक्षण

:   Modified Date:  February 6, 2024 / 05:06 PM IST, Published Date : February 6, 2024/5:06 pm IST

नयी दिल्ली, छह फरवरी (भाषा) देश के लोगों के लिए शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के साथ व्यक्तिगत वित्त इस साल शीर्ष प्राथमिकता वाले क्षेत्र हैं। वैश्विक एकीकृत भुगतान कंपनी अमेरिकन एक्सप्रेस के सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह कहा गया है।

मंगलवार को जारी सर्वेक्षण रिपोर्ट-‘अमेक्स ट्रेंडेक्स’ के अनुसार, इसमें शामिल प्रतिभागियों में से सबसे ज्यादा 76 प्रतिशत ने सेहत को प्राथमिकता देने की बात कही है। वहीं 69 प्रतिशत भारतीयों के लिए व्यक्तिगत वित्त दूसरा प्राथमिकता वाला क्षेत्र है।

शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होने को लेकर 73 प्रतिशत ने कहा कि वे स्वास्थ्यवर्धक खानपान पर ध्यान देंगे जबकि 63 प्रतिशत ने बाहरी गतिविधियां बढ़ाने की बात कही। 51 प्रतिशत लोगों ने अपने घर में कसरत के लिए मशीन लाने की बात कही है।

व्यक्तिगत वित्त लक्ष्य के मामले में शीर्ष संकल्पों में बचत बढ़ाना (81 प्रतिशत) और अधिक निवेश करना (75 प्रतिशत) शामिल हैं।

अमेरिकन एक्सप्रेस बैंकिंग कॉर्प के भारत के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और क्षेत्रीय प्रबंधक संजय खन्ना ने कहा, “ भारतीय और वैश्विक प्रतिभागी नये साल के संकल्पों में अपनी शारीरिक सेहत को लेकर गंभीर हैं। लगभग 76 प्रतिशत भारतीय और 75 प्रतिशत विदेशी नागरिकों ने इसे प्राथमिकता वाला क्षेत्र बताया।

उन्होंने कहा, ‘‘ जहां तक व्यक्तिगत वित्त की बात है 69 प्रतिशत भारतीय व्यक्तिगत वित्त के लक्ष्यों को लेकर गंभीर हैं, जबकि ऐसे वैश्विक प्रतिभागियों का प्रतिशत 51 है।’’

रिपोर्ट के अनुसार, लोग मानसिक स्वास्थ्य को लेकर भी सचेत हैं। पिछले साल के मुकाबले 80 प्रतिशत भारतीय काम पर अपने मानसिक स्वास्थ्य को अधिक प्राथमिकता दे रहे हैं। इसमें काम और जीवन के बीच संतुलन (67 प्रतिशत), लचीला कार्य विकल्प (61 प्रतिशत) और सहयोगात्मक कार्य वातावरण (60 प्रतिशत) नौकरी में संतुष्टि के प्रमुख तत्व हैं।

सर्वेक्षण में यह बात भी सामने आई कि भारतीय पर्यावरण अनुकूल उपायों पर भी ध्यान दे रहे हैं। 59 प्रतिशत भारतीयों की प्लास्टिक या एक बार उपयोग वाले उत्पादों का कम उपयोग करने योजना है। वहीं 58 प्रतिशत भारतीय घर पर अपनी पुनर्चक्रण को लेकर आदतों में सुधार लाने को इच्छुक हैं।

यह सर्वेक्षण छह दिसंबर से 20 दिसंबर, 2023 के बीच अमेरिकी, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्रिटेन, जापान, मेक्सिको और भारतीय लोगों बीच ‘ऑनलाइन’ किया गया। इसमें 6,700 से अधिक लोगों को शामिल किया गया।

भाषा रमण अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)