नयी दिल्ली, दो सितंबर (भाषा) भारत चार देशों से आयात होने वाले ‘एक्रिलिक फाइबर’ पर डंपिंग रोधी शुल्क लगा सकता है। वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले डीजीटीआर ने यूरोपीय संघ, बेलारूस, उक्रेन और पेरू से आयात होने वाले ऐसे फाइबर की जांच करने के बाद डंपिंग रोधी शुल्क लगाये जाने की सिफारिश की है।
व्यापार उपचार महानिदेशालय (डीजीटीआर) ने अपनी जांच में पाया कि इन देशों से एक्रिलिक फाइबर का निर्यात इसके सामान्य मूल्य से कम दाम पर किया जा रहा है जो कि भारतीय बाजारों में डंपिंग के समान है।
डीजीटीआर की एक अधिसूचना के मुताबिक इन देशों से होने वाली डंपिंग के कारण घरेलू उद्योगों को गहरा आघात पहुंचा है। ‘‘ऐसे में इन देशों से आयात पर पांच साल के लिये निश्चित तौर पर डंपिंग रोधी शुल्क लगाने की सिफारिश की जाती है।’’
इन देशों से एक्रिलिक फाइबर के आयात पर 114.97 डॉलर प्रति टन से लेकर 212.98 डॉलर प्रति टन के दायरे में शुल्क लगाने की सिफारिश की गई है।
एक्रिलिक फाइबर एक प्रकार का हल्का कपड़ा होता है जो काफी नरम और ऊन के कपड़े जैसा महसूस होता है। इसका इस्तेमाल ऊनी स्वेटर, ट्रैकसूट, दस्ताने, कालीन और अन्य परिधानों के निर्माण में किया जाता है।
भाषा महाबीर शरद
शरद
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