स्वतंत्र निदेशकों ने कहा, अमेजन की पेशकश एफआरएल की संपत्तियों को ‘सस्ते’ में खरीदने का प्रयास |

स्वतंत्र निदेशकों ने कहा, अमेजन की पेशकश एफआरएल की संपत्तियों को ‘सस्ते’ में खरीदने का प्रयास

स्वतंत्र निदेशकों ने कहा, अमेजन की पेशकश एफआरएल की संपत्तियों को ‘सस्ते’ में खरीदने का प्रयास

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:53 PM IST, Published Date : January 25, 2022/4:21 pm IST

नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) फ्यूचर रिटेल लि. (एफआरएल) के स्वतंत्र निदेशकों ने कंपनी को वित्तीय मदद की अमेजन की पेशकश को ठुकरा दिया है। ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी ने एफआरएल को निजी इक्विटी फर्म समारा कैपिटल के साथ एक सौदे के जरिये वित्तीय मदद की पेशकश की थी। स्वतंत्र निदेशकों ने कहा है कि अमेजन की यह पेशकश ‘सस्ते’ में एफआरएल की संपत्तियों को खरीदने का प्रयास मात्र है।

फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (एफआरएल) के स्वतंत्र निदेशकों ने पिछले हफ्ते अमेजन से यह पूछा था कि क्या वह 29 जनवरी को देय 3,500 करोड़ रुपये के कर्ज भुगतान पर चूक रोकने के लिए दीर्घावधि का ऋण देने की इच्छुक है? इसके जवाब में अमेजन ने कहा था कि वह समारा कैपिटल के जरिये फ्यूचर रिटेल को वित्तीय मदद देने को तैयार है, लेकिन इसके लिए उसे रिलायंस के साथ 24,713 करोड़ रुपये के सौदे से हटना पड़ेगा।

फ्यूचर रिटेल के स्वतंत्र निदेशकों ने मंगलवार को एक पत्र के जरिये कहा है कि अब यह स्पष्ट हो चुका है कि अमेजन की ओर से ये पत्र सिर्फ ‘असमंजस’ पैदा करने के लिए लिखे गए हैं। स्वतंत्र निदेशकों के पत्र की प्रति पीटीआई-भाषा के पास भी है।

स्वतंत्र निदेशकों ने कहा, ‘‘हम आपकी ओर से किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रहे हैं। जब तक कानूनी तौर पर मान्य और एफआरएल की पूंजी जरूरतों को पूरा करने का कोई वास्तविक समाधान नहीं आता है, किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं किया जाएगा।’’ ’

अमेजन ने एफआरएल से कहा था कि समारा कैपिटल कर्ज के बोझ से दबी कंपनी के बिग बाजार जैसे खुदरा कारोबार को 7,000 करोड़ रुपये में खरीदने की इच्छुक है। अमेजन ने एफआरएल से अपना वित्तीय ब्योरा समारा कैपिटल को उपलब्ध कराने को भी कहा था ताकि निजी इक्विटी कोष जांच-परख की प्रक्रिया को पूरा कर सके।

स्वतंत्र निदेशकों का कहना है कि 7,000 करोड़ रुपये की राशि की पेशकश एफआरएल की देनदारियों को पूरा करने की दृष्टि से काफी कम है।

पत्र में कहा गया है कि एफआरएल की बैंक देनदारियां और वेंडरों के लिए प्रतिबद्ध भुगतान ही मार्च, 2022 तक 12,027.31 करोड़ रुपये बैठेगा।

पत्र में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि कंपनी के स्वतंत्र निदेशकों ने रिलायंस के साथ सौदे को इसलिए मंजूरी दी थी क्योंकि इससे एफआरएल न केवल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का बकाया अदा कर सकती थी, बल्कि वह आपूर्तिकर्ताओं का भी भुगतान कर सकती थी। इस सौदे से एफआरएल की सभी देनदारियां पूरी हो रही थीं।

इस पत्र की प्रति प्रवर्तन निदेशालय, सेबी, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) और भारतीय स्टेट बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा सहित एफआरएल के निदेशकों को भेजी गई है।

भाषा अजय अजय रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)