16 जनवरी राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के रूप मनाएंगे, युवाओं को नवोन्मेषण का मौका देंगे : मोदी |

16 जनवरी राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के रूप मनाएंगे, युवाओं को नवोन्मेषण का मौका देंगे : मोदी

16 जनवरी राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के रूप मनाएंगे, युवाओं को नवोन्मेषण का मौका देंगे : मोदी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:41 PM IST, Published Date : January 15, 2022/6:22 am IST

National Startup Day 2022 : नयी दिल्ली, 15 जनवरी (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टार्टअप इकाइयों को नए भारत का ‘आधार-स्तंभ’ बताते हुए शनिवार को कहा कि हर साल 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों के स्टार्टअप कारोबारियों को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए कहा, ‘‘स्टार्टअप की यह संस्कृति देश के दूरदराज क्षेत्रों तक पहुंचे, इसके लिए 16 जनवरी को अब राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया गया है।

‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक भाग के रूप में, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा 10 से 16 जनवरी तक एक सप्ताह चलने वाले कार्यक्रम, ‘सेलिब्रेटिंग इनोवेशन इको-सिस्टम’, का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत ही प्रधानमंत्री ने स्टार्टअप कारोबारियों को संबोधित किया।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने शुक्रवार को बताया था कि यह आयोजन स्टार्टअप इंडिया पहल के शुभारंभ की छठी वर्षगांठ के मौके पर किया जा रहा है।

मोदी ने इस मौके पर कहा, ‘‘मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके सभी सुझावों, विचारों और नवाचारों को सरकार से पूरा समर्थन मिलेगा।’’

उन्होंने कहा कि स्टार्टअप नए भारत का आधार-स्तंभ बनेंगे और देश ‘भारत के लिए नवोन्मेष’ और ‘भारत से नवोन्मेष’ के मंत्र के साथ आगे बढ़ेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के स्टार्टअप खुद को आसानी से दुनिया के दूसरे देशों तक पहुंचा सकते हैं, इसलिए उन्हें अपने सपनों को स्थानीय (लोकल) नहीं, बल्कि वैश्विक (ग्लोबल) बनाना चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘वर्ष 2013-14 में जहां चार हजार पेटेंट को स्वीकृति मिली थी, वहीं पिछले वर्ष इनकी संख्या 28 हजार से ज्यादा हो गई। वर्ष 2013-14 में जहां करीब 70 हजार ट्रेडमार्क पंजीकृत हुए थे, वहीं 2020-21 में ढाई लाख से ज्यादा ट्रेडमार्क पंजीकृत किए गए हैं।’’

उन्होंने यह भी बताया कि 2013-14 में जहां सिर्फ चार हजार कॉपीराइट दिए गए थे, वहीं पिछले साल इनकी संख्या बढ़कर 16 हजार के भी पार हो गई है। उन्होंने कहा कि आज देश में 60,000 से अधिक स्टार्टअप इकाइयां हैं। बीते साल 42 यूनिकॉर्न (एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाली इकाइयां) देश में बने हैं। अब भारत तेजी से यूनिकॉर्न का ‘शतक’ लगाने की ओर बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हज़ारों करोड़ रुपये की ये कंपनियां आत्मनिर्भर होते, आत्मविश्वासी भारत की पहचान हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं मानता हूं, भारत के स्टार्टअप का स्वर्णिम काल तो अब शुरू हो रहा है। नवोन्मेष को लेकर भारत में जो अभियान चल रहा है, उसी का प्रभाव है कि वैश्विक नवोन्मेषण सूचकांक में भी भारत की रैंकिंग में बहुत सुधार आया है। 2015 में इस रैंकिंग में भारत 81वें नंबर पर था। अब इस सूचकांक में भारत 46वें स्थान पर है।’’

मोदी ने कहा, ‘‘भविष्य की प्रौद्योगिकियों के लिए अनुसंधान और विकास में निवेश सरकार की प्राथमिकता है।’’

उन्होंने कहा कि इस दशक में नवोन्मेषण, उद्यमिता और स्टार्टअप के पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए सरकार जो बड़े पैमाने पर बदलाव कर रही है, उसके तीन अहम पहलू हैं। ‘‘पहला है उद्यमिता को, नवोन्मेषिता को सरकारी प्रक्रियाओं के जाल से मुक्त कराना; दूसरा, नवोन्मेष को बढ़ावा देने के लिए संस्थागत प्रणाली बनाना तथा तीसरा, युवा नवोन्मेषकों, उद्यमियों को समर्थन देना।’’

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारा प्रयास, देश में बचपन से ही विद्यार्थियों में नवाचार के प्रति आकर्षण पैदा करने, नवाचार या नवोन्मेषण को संस्थागत रूप प्रदान करने का है।’’

उन्होंने कहा कि चाहे ड्रोन संबंधी नए नियम हों, या फिर नई अंतरिक्ष नीति, सरकार की प्राथमिकता, ज्यादा से ज्यादा युवाओं को नवोन्मेषण का मौका देने की है।

इस अवसर पर स्टार्टअप कारोबारियों ने छह विषयों पर प्रस्तुतीकरण भी दिए। इनमें ‘ग्रोइंग फ्रॉम रूट्स’, ‘नजिंग द डीएनए’, ‘फ्रॉम लोकल टू ग्लोबल’, ‘टेक्नोलॉजी ऑफ फ्यूचर’, ‘बिल्डिंग चैम्पियंस इन मैन्युफैक्चरिंग’ और ‘सस्टेनेबल डेवलपमेंट’ शामिल हैं।

इन प्रस्तुतियों के लिए 150 से अधिक स्टार्टअप इकाइयों को छह समूहों में बांटा गया था।

उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों पर अपने विचार साझा किए जिनमें कृषि में तेजी से आंकड़ों के संग्रहण की प्रणाली, भारत को प्रमुख कृषि कारोबार केंद्र बनाना, प्रौद्योगिकी के उपयोग से स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करना, मानसिक स्वास्थ्य की समस्या से निपटना, वर्चुअल टूर जैसे नवोन्मेषी तरीकों से पर्यटन को बढ़ावा देना तथा ऑफलाइन खुदरा बाजार को डिजिटल मंचों से जोड़ना आदि शामिल हैं।

प्रस्तुतियों के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस साल ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत इस स्टार्टअप इंडिया नवोन्मेषण सप्ताह का आयोजन और अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि जब भारत अपनी स्वतंत्रता का शताब्दी वर्ष मनाएगा, तो स्टार्टअप की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।

उन्होंने कहा कि ‘एंजल टैक्स’ की समस्याओं को कम करना, कर प्रक्रिया को सरल करना, सरकारी वित्तपोषण की व्यवस्था करना, कुछ श्रम और पर्यावरण कानूनों के स्व प्रमाणन की अनुमति देना जैसे कदमों ने प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है।

मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री गतिशक्ति राष्ट्रीय कार्ययोजना में अतिरिक्त स्थान का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग ढांचे के लिए किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘कई निवेशक नई ड्रोन नीति के बाद ड्रोन स्टार्टअप में निवेश कर रहे हैं। सेना, नौसेना और वायुसेना ने ड्रोन स्टार्टअप इकाइयों को 500 करोड़ रुपये के ऑर्डर दिए हैं।’’

भाषा मानसी अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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