नीतिगत दर यथावत रखने से रियल एस्टेट क्षेत्र को मिलेगी गति: उद्योग |

नीतिगत दर यथावत रखने से रियल एस्टेट क्षेत्र को मिलेगी गति: उद्योग

नीतिगत दर यथावत रखने से रियल एस्टेट क्षेत्र को मिलेगी गति: उद्योग

:   Modified Date:  February 8, 2024 / 03:11 PM IST, Published Date : February 8, 2024/3:11 pm IST

नयी दिल्ली, आठ फरवरी (भाषा) जमीन-जायदाद के विकास से जुड़ी कंपनियों ने कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के लगातार छठी बार नीतिगत दर रेपो को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने के फैसला से घर खरीदारों के साथ निवेशकों में भरोसा जगेगा और मांग को गति मिलेगी।

आरबीआई ने महंगाई को चार प्रतिशत पर लाने और वैश्विक अनिश्चितता के बीच आर्थिक वृद्धि को गति देने के मकसद से नीतिगत दर को 6.5 प्रतिशत पर बृहस्पतिवार को यथावत रखा।

रियल एस्टेट कंपनियों के शीर्ष निकाय ‘राष्ट्रीय रियल एस्टेट विकास परिषद’ (नारेडको) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी हरि बाबू ने कहा, ‘‘ यह देश के आर्थिक बुनियाद और आर्थिक वृद्धि को लेकर भरोसे को दर्शाता है। अपरिवर्तित नीतिगत दर रियल एस्टेट क्षेत्र में मांग को बढ़ाएगा, जिससे आवासीय तथा वाणिज्यिक दोनों क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।’’

उन्होंने कहा,‘‘ हालांकि, मौजूदा ब्याज दर पिछले चार वर्षों में अपने उच्चतम स्तर पर है, इसलिए हम आग्रह करते हैं की आगामी समीक्षा बैठक में इस पर ध्यान दिया जाये। इस दिशा में प्रयास से सस्ते मकान और सरकार के महत्वपूर्ण अभियान ‘सभी को आवास’ उपलब्ध कराने की योजना को बढ़ावा मिलेगा।’’

क्रेडाई-एनसीआर के अध्यक्ष एवं रियल एस्टेट कंपनी गौड़ ग्रुप के चेयरमैन मनोज गौड़ ने कहा, ‘‘ पिछले एक साल से आरबीआई ने रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। रियल एस्टेट क्षेत्र में लगातार मांग बनी हुई है। वाणिज्यिक खंड असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। देश की अर्थव्यवस्था मजबूती से आगे बढ़ रही है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ यह आवासीय खंड में पिछले वर्ष की गति को बनाए रखेगा…।’’

नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ‘‘ नीतिगत दर को यथावत रखने का फैसला उद्योग के लिए एक अच्छा संकेत हैं..देश के आवासीय क्षेत्र के मामले में भले ही मध्य तथा प्रीमियम खंड में वृद्धि जारी है, निचले खंड में ऊंची ब्याज दरों तथा संपत्ति की ऊंची कीमतों का दबाव देखा गया है।’’

बैजल ने कहा, ‘‘ हमारा मानना है कि निकट भविष्य में आवास ऋण की ब्याज दर कम होने से घर खरीदारों की धारणा को बड़ा बढ़ावा मिलेगा ..।’’

सीबीआरई चेयरमैन एवं सीईओ (भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका) अंशुमन मैगजीन ने कहा, ‘‘ रेपो दर को लगातार छठी बार यथावत रखने के निर्णय उम्मीद के अनुरूप है। विनिर्माण क्षेत्र की मुद्रास्फीति (कोर) में नरमी, वित्तीय क्षेत्र में संपत्ति गुणवत्ता में सुधार तथा बेहतर वित्तीय परिणाम सकारात्मक आर्थिक गतिविधियों के संकेत हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले त्योहारों के दौरान रियल एस्टेट समेत विभिन्न क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ने वाली है। हमारा अनुमान है कि रेपो दर को यथावत रखे जाने और कंपनियों की तरफ से प्रोत्साहन के साथ त्योहारों के दौरान बड़ी संख्या में खरीदार घर खरीदने के निर्णय को अंतिम रूप देंगे।’’

लोहिया डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड (इंडिया) के निदेशक पीयूष लोहिया ने कहा, ‘‘ नीतिगत दरों पर यथास्थिति को बनाए रखना आवासीय रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण पेश करता है। इससे घर खरीदार को अपने आवास संबंधी निर्णयों में स्थिरता और सुरक्षा मिलेगी।’’

काउंटी समूह के निदेशक अमित मोदी ने कहा, ‘‘ एक बार फिर से आरबीआई ने नीतिगत दर में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है जो निश्चित रूप से रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए फायदेमंद है। खासकर घर खरीददारों तथा निवेशकों का मनोबल और ऊंचा होगा। इससे स्पष्ट संकेत है कि देश की अर्थव्यवस्था लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है।’’

सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड के संस्थापक एवं चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने कहा, ‘‘ उम्मीद के अनुरूप आरबीआई ने एक बार फिर नीतिगत दर को बरकरार रखा है। फरवरी 2023 के बाद से छठी बार लंबे समय तक दरों को नियंत्रित रखने का उद्देश्य आर्थिक वृद्धि की गति को नुकसान पहुंचाए बिना मुद्रास्फीति को काबू में रखना है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि रियल एस्टेट जैसे दरों से प्रभावित होने वाले क्षेत्र के लिए नीतिगगत दर में कटौती सबसे अच्छा होता, लेकिन नीति में निरंतरता खरीदारों और कंपनियों दोनों के लिए अनुकूल परिस्थिति होती है। इस निर्णय से घर खरीदार विवेकपूर्ण निर्णय ले पाएंगे।’’

क्रिशुमी कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक मोहित जैन ने कहा, ‘‘ दरों को स्थिर रखकर आरबीआई ने महंगाई को अपनी निर्धारित सीमा के अंतर रखने को प्राथमिकता दी है। निकट भविष्य में हमारा अनुमान है कि किफायती, मध्यम और लक्जरी मकानों समेत सभी श्रेणियों में बिक्री में तेजी बनी रहेगी। इस साल के अंत में दरों में अनुमानति कटौती से इस क्षेत्र को और गति मिलेगी।’’

अंसल हाउसिंग के निदेशक कुशाग्र अंसल ने कहा, ‘‘नीतिगत दर में एक बार फिर किसी तरह का कोई बदलाव नहीं करना इस बात का संकेत है कि भारतीय अर्थव्यवस्था पूरी तरह मजबूत है। आरबीआई का यह कदम रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए लाभदायक है। आरबीआई का यह निर्णय निवेशकों और घर खरीदारों दोनों के लिए फायदेमंद साबित होगा।’’

रहेजा डेवलपर्स के नयन रहेजा ने कहा, ‘‘आरबीआई के इस कदम से स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा और घर खरीदारों तथा निवेशकों सहित सभी संबद्ध पक्षों के बीच विश्वास बढ़ेगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, 6.5 फीसदी पर रेपो रेट चार साल के उच्चतम स्तर पर बनी हुई है और इसे वापस लेने से सस्ते आवास क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।

मिगसन ग्रुप के निदेशक यश मिगलानी ने कहा, ‘‘रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को न बढ़ाने के पीछे देश में आर्थिक प्रगति को जारी रखने, महंगाई को काबू में रखने का ध्यान रखा है। नीतिगत दर के स्तर पर स्थिरता खरीदारों के साथ-साथ निवेशकों के लिए भी काफी राहत भरी खबर है।’’

भाषा निहारिका रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)