सरसों तेल-तिलहन, सीपीओ और पामोलीन में गिरावट |

सरसों तेल-तिलहन, सीपीओ और पामोलीन में गिरावट

सरसों तेल-तिलहन, सीपीओ और पामोलीन में गिरावट

:   Modified Date:  May 25, 2024 / 08:36 PM IST, Published Date : May 25, 2024/8:36 pm IST

नयी दिल्ली, 25 मई (भाषा) विगत दो दिनों से सरसों के दाम को लेकर चर्चाओं के गरम होने के बीच देश में शनिवार को सरसों तेल-तिलहन के दाम गिरावट के साथ बंद हुए।

सरसों में आई गिरावट के बाद कच्चा पामतेल (सीपीओ) एवं पामोलीन के भाव भी टूटते दिखे। दूसरी ओर, माल नहीं होने के बीच नमकीन बनाने वाली कंपनियों की मांग निकलने से बिनौला तेल कीमतों में सुधार आया। वही ऊंचे भाव पर कम कारोबार की वजह से मूंगफली तेल-तिलहन तथा कम दाम पर बिकवाली से बचने के कारण सोयाबीन तेल तिलहन पूर्व स्तर पर बंद हुए।

सूत्रों ने कहा कि बुधवार को सरसों की आवक लगभग 5.65 लाख बोरी की थी। लेकिन सरसों के दाम अधिक होने की चर्चाओं के बीच पिछले दो कारोबारी सत्रों से मंडियों में सरसों की आवक लगभग सात-सात लाख बोरी की बनी हुई है। सरसों के निरंतर दाम तोड़ने के प्रयास और जून अंत तक आवक में सुधार की चर्चाओं के बीच सरसों तेल तिलहन में गिरावट आई।

उन्होंने कहा कि सरसों के दाम टूटने के बाद इसका असर सीपीओ और पामोलीन पर भी दिखा जिनके भाव गिरावट के साथ बंद हुए।

सूत्रों ने कहा कि आयातित तेलों पर बढ़ती निर्भरता से देश में डी-आयल्ड केक (डीओसी), खल की दिक्कत आ सकती है जहां देश में भारी पैमाने पर किसान मुर्गीपालन और मवेशीपालन के लिए डीओसी एवं खल का उपयोग करते हैं। यानी अब तक तो देश खाद्यतेल के लिए ही विदेशी मुद्रा खर्च करता था लेकिन अब डीओसी और खल के लिए भी विदेशी मुद्रा खर्च करनी पड़ेगी। देश में सोयाबीन डीओसी की सालाना मांग लगभग 55-60 लाख टन की है जबकि बिनौला खल की मांग सालाना 130-140 लाख टन की है।

सूत्रों ने कहा कि माल की कमी की वजह से बिनौला तेल में सुधार है। ऊंचे भाव पर कामकाज मंदा रहने के बीच मूंगफली तेल तिलहन तथा कम दाम पर बिकवाली कमजोर रहने से सोयाबीन तेल तिलहन के भाव पूर्वस्तर पर बंद हुए।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 6,000-6,050 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 6,200-6,475 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 14,850 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल 2,245-2,545 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 11,600 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 1,880-1,980 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 1,880-1,995 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 10,275 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 10,125 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 8,750 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 8,700 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 10,000 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 9,850 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 8,900 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 4,850-4,870 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,650-4,770 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का)- 4,075 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश अनुराग

अनुराग

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)