नयी दिल्ली, 13 अप्रैल (भाषा) वित्तीय नियोजन मानक बोर्ड (एफपीएसबी) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी कृष्ण मिश्रा ने कहा कि देश को वित्तीय नियोजन पेशेवरों की एक नयी पीढ़ी की जरूरत है, जो ग्राहकों के लिए सलाहकार के रूप में काम कर सकें।
एफपीएसबी ने एक बयान में कहा कि भारत में इस समय 2,731 प्रमाणित वित्तीय योजनाकार (सीएफपी) हैं, जो उद्योग में काम करने के साथ ही व्यक्तिगत रूप से भी सेवाएं दे रहे हैं।
मिश्रा ने कहा कि ज्यादातर लोग जो उद्योग में हैं, वे अपने संगठनों को बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित कर सकते हैं, लेकिन जब उनके व्यक्तिगत वित्त की बात आती है तो उन्हें भी जूझना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि यही वजह है कि हमें वित्तीय नियोजन पेशेवरों की एक नई पीढ़ी तैयार करने की जरूरत है, जो ग्राहकों के लिए सलाहकार के रूप में काम कर सकें।
मिश्रा ने शुक्रवार को भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (आईआईएफटी), दिल्ली के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने के मौके पर पीटीआई-भाषा से यह बात कही।
यह एमओयू सीएफपी प्रमाणन के साथ कार्यकारी और नियमित परास्नातक कार्यक्रम शुरू करने के लिए किया गया।
भाषा पाण्डेय
पाण्डेय
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