मुंबई, 29 मार्च (भाषा) फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट (एफआईपी) ने विमानन नियामक डीजीसीए के पायलटों के लिए संशोधित उड़ान ड्यूटी मानदंडों को स्थगित करने पर चिंता जताई है।
एफआईपी ने कहा कि परिचालकों के व्यावसायिक लाभ के लिए पायलटों के स्वास्थ्य के साथ समझौता नहीं किया जा सकता है।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 26 मार्च को संशोधित उड़ान ड्यूटी समयसीमा (एफडीटीएल) मानदंडों के कार्यान्वयन को रोक दिया था। ये मानदंड एक जून से प्रभावी होने वाले थे।
नई व्यवस्था के तहत पायलटों को आराम के लिए अधिक घंटे मिलेंगे।
एफआईपी ने नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को 28 मार्च को लिखे एक पत्र में डीजीसीए के फैसले के बारे में चिंता जताई है।
पत्र में कहा गया है कि डीजीसीए की कार्रवाई न केवल पायलटों की सुरक्षा को खतरे में डालती है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा को भी कमजोर करती है। एफआईपी में लगभग 5,000 सदस्य हैं।
भाषा पाण्डेय अजय
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