मोदी शासन में पीएसयू परेशान नहीं, बल्कि फल-फूल रहे हैं: कांग्रेस के आरोपों पर वित्त मंत्री सीतारमण |

मोदी शासन में पीएसयू परेशान नहीं, बल्कि फल-फूल रहे हैं: कांग्रेस के आरोपों पर वित्त मंत्री सीतारमण

मोदी शासन में पीएसयू परेशान नहीं, बल्कि फल-फूल रहे हैं: कांग्रेस के आरोपों पर वित्त मंत्री सीतारमण

:   Modified Date:  May 8, 2024 / 12:34 PM IST, Published Date : May 8, 2024/12:34 pm IST

(फाइल फोटो के साथ)

नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान सार्वजनिक उपक्रमों को नुकसान उठाना पड़ा था।

उन्होंने कहा कि पहले उपेक्षित रहे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) जैसे उपक्रमों का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत सरकार के दौरान ‘‘पुनरुत्थान’’ हुआ।

कांग्रेस पार्टी तथा उसके नेता राहुल गांधी के सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के परेशानी झेलने के आरोपों का खंडन करते हुए सीतारमण ने कहा कि यह ‘‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’’ जैसा है।

मंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) फल-फूल रहे हैं, तथा उन्हें बढ़ी हुई परिचालन स्वतंत्रता के साथ-साथ उनमें पेशेवर संस्कृति का संचार हुआ है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को नुकसान उठाना पड़ा। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड जैसे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम जो पहले संप्रग सरकार के दौरान उपेक्षित थे, मोदी सरकार के दौरान फिर से खड़े हुए।

सीतारमण ने कहा कि कांग्रेस और खासकर राहुल गांधी ने कहा कि पीएसयू को खत्म किया जा रहा है और वर्तमान सरकार के अधीन वे परेशान हैं, लेकिन वास्तव में यह ‘‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’’ जैसा है क्योंकि तथ्य कुछ और बयां करते हैं।

वित्त मंत्री ने गांधी पर एचएएल पर ‘‘दुर्भावनापूर्ण’’ हमला करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके दावों के विपरीत, एचएएल का बाजार मूल्यांकन चार वर्षों में 1,370 प्रतिशत बढ़ गया है, जो 2020 में 17,398 करोड़ रुपये से बढ़कर सात मई 2024 तक 2.5 लाख करोड़ रुपये था।

एचएएल ने 31 मार्च 2024 को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 29,810 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व दर्ज करने की घोषणा की है। यह उसका अभी तक का सर्वाधिक राजस्व है। उसके पास 94,000 करोड़ रुपये से अधिक का मजबूत ऑर्डर बुक भी है।

भाषा निहारिका मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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