नयी दिल्ली, 30 अप्रैल (भाषा) बाजार नियामक सेबी ने कॉरपोरेट बॉन्ड बाजार में खुदरा निवेशकों की भागीदारी बढ़ाने के लिए ऐसी प्रतिभूतियों के अंकित मूल्य में बड़ी कटौती करने का मंगलवार को फैसला किया।
फिलहाल कंपनियों की तरफ से जारी होने वाले एक बॉन्ड का अंकित मूल्य एक लाख रुपये होता है लेकिन सेबी ने अब इसे घटाकर 10,000 रुपये करने का फैसला किया है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के निदेशक मंडल की बैठक में यह फैसला किया गया। इसके अलावा पात्र धारकों की पहचान के लिए रिकॉर्ड तिथि को भी मानकीकृत कर दिया गया है।
सेबी ने जारीकर्ताओं को मर्चेंट बैंकर नियुक्त करने की जरूरत के साथ 10,000 रुपये के कम अंकित मूल्य पर निजी आवंटन के जरिये एनसीडी या गैर-परिवर्तनीय प्रतिदेय तरजीही शेयर (एनसीआरपीएस) जारी करने का विकल्प प्रदान करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी।
सेबी ने सिर्फ गैर-परिवर्तनीय प्रतिभूतियों (एनसीडी) को सूचीबद्ध कराने वाली कंपनियों के लिए समाचारपत्रों में अपने वित्तीय नतीजों के प्रकाशन से संबंधित निर्देशों को भी लचीला बनाने का फैसला किया है।
सेबी बोर्ड ने अपनी बैठक में रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (रीट) और बुनियादी ढांचा निवेश ट्रस्ट (इनविट) के संदर्भ में यूनिट-आधारित कर्मचारी लाभ (यूबीईबी) के लिए एक रूपरेखा तैयार करने का भी फैसला किया है।
सेबी ने कहा कि रीट के प्रबंधक या इनविट के निवेश प्रबंधक इनकी यूनिट के आधार पर अपने कर्मचारियों के लिए यूनिट-आधारित कर्मचारी लाभ योजनाओं की पेशकश कर सकते हैं।
भाषा प्रेम प्रेम रमण
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