नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा) चालू जायद मौसम में अभी तक मूंग की खेती का रकबा 89 प्रतिशत की भारी वृद्धि के साथ 7.51 लाख हेक्टेयर पहुंच गया है। हाल की बारिश से मिट्टी में अच्छी नमी होने के कारण फसल की वृद्धि में तेजी आने की उम्मीद है। कृषि आयुक्त पी के सिंह ने सोमवार को यह कहा।
जायद मौसम में फसलें मार्च और मई के बीच बोई जाती हैं। यह रबी (सर्दियों) की फसल और खरीफ (मानसून) की बुवाई के बीच की अवधि होती है।
सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हाल की बारिश से मिट्टी की नमी में सुधार हुआ है, जिससे फसल उत्पादन की संभावनाएं बढ़ेंगी। इससे जायद के मौसम में मूंग का उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलेगी।’’
उन्होंने कहा कि अब तक 26.48 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान जबकि 3.76 लाख हेक्टेयर में तिल की बुवाई की जा चुकी है।
सिंह ने कहा कि फसल वर्ष 2022-23 (जुलाई-जून) के अब तक जायद फसलों का कुल रकबा मामूली रूप से बढ़कर 53 लाख हेक्टेयर हो गया, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 52 लाख हेक्टेयर था।
जायद के मौसम में दलहन, तिलहन और अनाज की खेती की जाती है। सिंचाई के स्रोत वाले किसान इस मौसम में चावल और सब्जियों की खेती करते हैं।
किसानों की आय बढ़ाने और रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए सरकार कृषकों को जायद फसल लेने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। इससे फसल की सघनता बढ़ी है। यानी एक साल में खेती वाले क्षेत्रों में अधिक-से-अधिक फसलों की खेती हो रही है।
भाषा राजेश राजेश रमण
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