नयी दिल्ली, आठ मई (भाषा) टाटा पावर ने चालू वित्त वर्ष (2024-25) में 20,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की योजना बनायी है। यह बीते वित्त वर्ष की तुलना में 66 प्रतिशत अधिक है।
कंपनी इस पूंजीगत व्यय के साथ ऊर्जा बदलाव से जुड़ी परियोजनाओं पर ध्यान देगी।
टाटा पावर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) प्रवीर सिन्हा ने तिमाही परिणाम की घोषणा को लेकर आयोजित ‘कांफ्रेन्स कॉल’ में कहा कि मार्च, 2024 को समाप्त वित्त वर्ष (2023-24) में पूंजीगत व्यय करीब 12,000 करोड़ रुपये था।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘इस साल हमारी 20,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की योजना है।’’
सिन्हा ने निवेश का विवरण साझा करते हुए कहा कि कुल पूंजीगत व्यय का लगभग 50 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा (परियोजनाओं) पर खर्च होगा। शेष राशि पारेषण, वितरण और पारंपरिक परियोजनाओं पर खर्च की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कंपनी पूंजीगत व्यय का वित्तपोषण आंतरिक स्रोतों और कुछ कर्ज के माध्यम से करेगी।
टाटा पावर का एकीकृत शुद्ध लाभ बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 11 प्रतिशत बढ़कर 1,046 करोड़ रुपये रहा है। मुख्य रूप से आय बढ़ने से कंपनी का लाभ बढ़ा है।
कंपनी ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि एक साल पहले 2022-23 की जनवरी-मार्च तिमाही में उसे 939 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ हुआ था।
भाषा रमण अजय
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