नयी दिल्ली, दो मार्च (भाषा) केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वाहन कंपनियों का आह्वान किया है कि वे वैकल्पिक ईंधन के इस्तेमाल के लिए फ्लेक्स-इंजन वाले वाहनों का निर्माण करें।
वाहन विनिर्माताओं के संगठन सोसायटी ऑफ इंडिया ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के प्रतिनिधिमंडल के साथ मंगलवार को बैठक के दौरान गडकरी ने फ्लेक्स-ईंधन वाहनों के लिए घरेलू प्रौद्योगिकी की जरूरत पर जोर दिया।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘गडकरी ने कार विनिर्माताओं से फ्लेक्स इंजन के देश में उत्पादन को प्राथमिकता देने को कहा। इसका इस्तेमाल एथेनॉल जैसे वैकल्पिक ईंधन का इस्तेमाल करने वाले वाहनों में हो सकता है।’’
मंत्री ने कहा कि देश में एथेनॉल अब आसानी से उपलब्ध होने लगा है। देश में पेट्रोल की 70 प्रतिशत खपत दोपहिया द्वारा की जाती है। ऐसे में फ्लेक्स ईंधन वाहनों के लिए घरेलू प्रौद्योगिकी विकसित करने की जरूरत है।
बयान में कहा गया है कि बैठक के दौरान सियाम के प्रतिनिधियों ने कोविड-19 महामारी की वजह से भारत चरण-छह सीएएफई चरण दो-नियमनों को एक अप्रैल, 2024 तक टालने का आग्रह किया।
उनके आग्रह पर विचार का भरोसा दिलाते हुए गडकरी ने स्पष्ट किया कि भारतीय वाहन उद्योग को विश्वस्तरीय गुणवत्ता को पूरा करना होगा। यदि उद्योग अपने वाहनों के निर्यात वाले देशों में कड़े प्रदूषण मानकों का अनुपालन कर रहा है, उन्हें इन्हीं मानदंडों को भारत में ही पूरा करना होगा।
भाषा अजय अजय मनोहर
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