Rajim Punni Mela will be Organized between February 16 to March 1

16 फरवरी से 1 मार्च तक होगा ‘राजिम माघी पुन्नी मेला’ का आयोजन, स्थानीय संत महात्माओं को दिया जाएगा न्योता

16 फरवरी से 1 मार्च तक होगा 'राजिम माघी पुन्नी मेला' का आयोजन! Rajim Punni Mela will be Organized between February 16 to March 1

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:56 PM IST, Published Date : January 29, 2022/5:52 pm IST

रायपुर: Rajim Punni Mela  धार्मिक न्यास एवँ धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू की अध्यक्षता में आज राजिम माघी पुन्नी मेला की केंद्रीय समिति की बैठक राजिम नगर पंचायत के मंगल भवन में संपन्न हुई। बैठक में विशिष्ट अतिथि के रूप में खाद्य एवं गरियाबंद जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत, राजिम विधायक अमितेश शुक्ल भी मौजूद थे। बैठक में राजिम माघी पुन्नी मेला की तैयारियों के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में धर्मस्व मंत्री साहू ने कहा कि परंपरा के अनुरूप इस वर्ष राजिम माघी पुन्नी मेला का आयोजन 16 फरवरी से 1 मार्च तक होगा। इस दौरान 3 स्नान पर्व 16 फरवरी, 23 फरवरी एवं 1 मार्च को होगा। उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए राजिम माघी पुन्नी मेला का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि मेले में श्रद्धालुओं की सहूलियत और सुरक्षा को देखते हुए व्यवस्थाएं पूर्ववत रहेंगे। बेरिकेडिंग, सुरक्षा और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएगी। मंत्री साहू ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए पूर्व आयोजन की तरह सड़क, शौचालय, बिजली, पानी, स्वास्थ्य सफाई आदि की व्यवस्था की जाएगी।

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Rajim Punni Mela  इसी तरह अन्य विभागों को भी उनके कार्य के अनुरूप जिम्मेदारी दी गई है। लोक निर्माण विभाग को सड़कें चौड़ा करने, जल संसाधन विभाग को संगम और कुंड की तैयारी करने, वन विभाग को बांस बल्ली, पीएचई विभाग को पेयजल, शौचालय और अन्य संबंधित विभागों को उसके पूर्व अनुसार तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं। विभागों को निर्देशों को तत्काल अमल में लाने को कहा गया है। मंत्री ताम्रध्वज साहू ने गरियाबंद जिले के कलेक्टर नम्रता गांधी को इस संबंध में आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सांस्कतिक कार्यक्रम में स्थानीय समिति को प्रथमिकता दी जाएगी। यहां पर राज्य स्तर के कार्यक्रम भी आयोजित होंगे। इसके लिए मुख्य मंच के अलावा एक और स्टेज कुलेश्वर मंदिर के पास बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बार मेले में स्थानीय संत महात्माओं को आमंत्रण दिया जाएगा। मेला के दौरान जनप्रतिनिधियों और नागरिकों के सुझाव को भी महत्व देते हुए तदानुसार आयोजन सुनिश्चित किया जाएगा।

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बैठक में प्रभारी मंत्री भगत ने कहा कि विभाग द्वारा राजिम पुन्नी मेला के आयोजन में जो भी मदद की आवश्यकता होगी, दी जाएगी। उन्होंने इस संबंध में सभी आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभागीय योजनाओं की जानकारी स्टाल लगाकर दी जाएगी। राजिम विधायक अमितेश शुक्ल ने कहा की मेले में साफ सफाई की व्यवस्था पुख्ता हो तथा राजिम के आसपास जमीनों में हुए बेजा कब्जा को हटाया जाए। शुक्ल ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए तीन स्थानों पर कम से कम दाल भात सेंटर की व्यवस्था की जाए। उन्होंने स्थानीय स्तर पर निगरानी समिति गठित करने के साथ ही स्थानीय कलाकार और अन्य जनप्रतिनिधियों को पुरस्कार हेतु विशेष तौर पर महत्त्व देने का सुझाव दिया। कलेक्टर नम्रता गांधी ने राजिम माघी पुन्नी मेला से संबंधित प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि गरिमा के अनुरूप मेले के आयोजन सुनिश्चित किया जाएगा। इस दौरान मौजूद नागरिकों और पत्रकारों ने भी आवश्यक सुझाव रखें। बैठक में केन्द्रीय समिति के सदस्य, राजिम नगर पंचायत के अध्यक्ष रेखा सोनकर, गोबरा नवापारा पालिका के अध्यक्ष धनराज मध्यानी, जनपद पंचायत फिंगेश्वर के अध्यक्ष पुष्पा साहू, जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू, स्थानीय जनप्रतिनिधि, कलेक्टर गरियाबंद नम्रता गांधी, पुलिस अधीक्षक जे आर ठाकुर, जिला पंचायत सीईओ रोक्तिमा यादव, अधिकारी, गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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