छत्तीसगढ़ में चलती ट्रेन से टकराया बड़ी ड्रिल मशीन का एक सिरा, तीन घायल |

छत्तीसगढ़ में चलती ट्रेन से टकराया बड़ी ड्रिल मशीन का एक सिरा, तीन घायल

छत्तीसगढ़ में चलती ट्रेन से टकराया बड़ी ड्रिल मशीन का एक सिरा, तीन घायल

:   Modified Date:  May 19, 2024 / 10:16 PM IST, Published Date : May 19, 2024/10:16 pm IST

रायपुर, 19 मई (भाषा) छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के बाहरी इलाके में रविवार को एक बड़ी ड्रिल मशीन का एक सिरा चलती ट्रेन से टकरा गया, जिसके कारण दो यात्री और एक सफाई कर्मचारी घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

रेलवे के एक जनसंपर्क अधिकारी ने यहां बताया कि यह घटना सुबह करीब 10 बजे हुई, जब लोकमान्य तिलक टर्मिनस (मुंबई) जाने वाली शालीमार एक्सप्रेस रायपुर के निकट उरकुरा रेलवे स्टेशन से गुजर रही थी।

रेलवे ने इस घटना की वरिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड (एसएजी) स्तर की जांच के आदेश दिए हैं।

इससे पहले अधिकारियों ने कहा था कि पटरी के पास स्थित एक खंभा ट्रेन पर गिर गया। अधिकारी ने कहा कि धातु का टुकड़ा बाद में ‘ड्रिल मशीन रीमर’ का होने का पता चला जो एक खंभे जैसा दिखता है।

अधिकारी ने बताया कि जैसे ही ट्रेन रायपुर स्टेशन पहुंची, चिकित्सकों सहित रेल कर्मी प्रभावित कोच में पहुंचे और घायल यात्रियों को प्राथमिक उपचार दिया।

उन्होंने कहा कि घायल यात्री देवारी धीवर (30) और सफाई कर्मचारी नारायण चंद्र बाग (30) को फिर यहां एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने बताया कि दूसरे घायल यात्री सोमिल मंडल (12) को स्टेशन पर ही प्राथमिक उपचार दिया गया।

उन्होंने बताया कि खड़गपुर से मुंबई जा रहे मंडल को बाद में उनके परिवार के साथ एक दूसरी ट्रेन से उनके गंतव्य स्थान भेजा गया। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद रायपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) संजीव कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटना का आकलन करने के लिए रायपुर स्टेशन पहुंचे।

डीआरएम ने अस्पताल का भी दौरा किया, घायलों के परिजनों से बात की और रेलवे कर्मियों को पीड़ितों को सर्वोत्तम संभव चिकित्सा सहायता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

उन्होंने बताया कि सहायक वाणिज्य प्रबंधक अविनाश कुमार आनंद ने धीवर को अनुग्रह राशि के रूप में 50,000 रुपये का चेक सौंपा।

उन्होंने बताया कि रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने घटना के संबंध में एक मामला दर्ज कर लिया है।

रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा, ‘‘हादसे की जांच में पता चला कि यह कोई खंभा नहीं था बल्कि, यह सरकारी बिजली कंपनी द्वारा ड्रिलिंग कार्य में लगी एक क्षैतिज दिशात्मक ड्रिलिंग (एचडीडी) मशीन का रीमर था। ’’

उन्होंने बताया कि बिजली कंपनी का ठेकेदार रेलवे को सूचित किये बिना रेल पटरी के नीचे ड्रिलिंग का काम कर रहा था। उन्होंने बताया कि जब ट्रेन उरकुरा से गुजर रही थी तो मशीन का रीमर निकाला जा रहा था। लेकिन, वह अप्रत्याशित रूप से जमीन से बाहर आ गया और ट्रेन से टकरा गया।

रीमर ने तीन वातानुकूलित (बी4, बी5 और बी6) और एक स्लीपर (एस2) कोच को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे खिड़की के शीशे टूट गए और बोगियों पर खरोंच आने के अलावा तीन लोग घायल हो गए।

पीआरओ ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (सीएसपीडीसीएल) अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया और उन्होंने स्वीकार किया कि ठेकेदार ने काम करते हुए सुरक्षा मानकों को नजरंदाज किया।

उन्होंने कहा कि रेलवे ने घटना की वरिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड स्तर की जांच के आदेश दिए हैं और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि ट्रेन दोपहर के आसपास अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गई।

भाषा रवि कांत अमित

अमित

 

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