जबलपुर । नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाले गिरोह का मध्यप्रदेश कनेक्शन सामने आया है। बाते दिनों गुजरात के सूरत स्थित ओलपाड पिंजरत गांव के एक फार्म हाउस में नकली फैक्ट्री का खुलासा हुआ था। फैक्ट्री में नमक और ग्लूकोज मिलाकर नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाए जा रहे थे ।
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वहीं नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का मध्यप्रदेश के इंदौर और जबलपुर से कनेक्शन सामने आया है। जबलपुर में नकली इंजेक्शन बेचने वाले सपन जैन को गिरफ्तार करके गुजरात पुलिस ले गई है। सूत्रों के मुताबिक जबलपुर में 200 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन खपाए गए हैं। पुलिस की टीम ने भगवती फार्मा पर भी छापा मारा है।
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इधर देवास में रेमडेसिविर की कालाबाजारी को लेकर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मुख्य सरगना को खोजने में पुलिस की सतत कार्रवाई जारी थी। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबजारी में निजी अस्पतालों की भूमिका सामने आई है।
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देवास के अमलतास हॉस्पिटल और प्राइम हॉस्पिटल से रेमडेसिविर इंजेक्शन गायब किये जा रहे थे । पुलिस ने अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। एसपी डॉ शिवदयाल सिंह ने आरोपियों पर रासुका लगाया है।