चार जून के बाद देश में एक नये प्रधानमंत्री शपथ लेंगे: उमर अब्दुल्ला |

चार जून के बाद देश में एक नये प्रधानमंत्री शपथ लेंगे: उमर अब्दुल्ला

चार जून के बाद देश में एक नये प्रधानमंत्री शपथ लेंगे: उमर अब्दुल्ला

:   Modified Date:  May 23, 2024 / 08:28 PM IST, Published Date : May 23, 2024/8:28 pm IST

(सुमीर कौल)

दम्हल हंजिपोरा (कश्मीर), 23 मई (भाषा) सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के एक दिन बाद नौ जुलाई, 2016 को भीड़ ने जम्मू कश्मीर के दम्हल हंजिपोरा पुलिस थाने पर हमला कर हथियार और गोला-बारूद लूट लिया था। इसके कारण कई सप्ताह तक हिंसक प्रदर्शन हुए थे जिसमें 100 से अधिक लोग मारे गये थे।

इस क्षेत्र में हालांकि अतीत में घटित हुई ये सब चीजें लोकतंत्र के पर्व के दौरान अब पीछे छूट गई है और बृहस्पतिवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने यहां एक चुनावी रैली की।

चिलचिलाती गर्मी के बावजूद चुनाव प्रचार तेज था। नेशनल कॉन्फ्रेंस के हजारों कार्यकर्ता और समर्थक ढोल की थाप के बीच पारंपरिक पोशाक में रैली में आए, नारे लगाए और अपने नेता का समर्थन किया।

महिलाओं सहित ग्रामीणों ने अब्दुल्ला और अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से नेकां उम्मीदवार मियां अल्ताफ, प्रांतीय अध्यक्ष नासिर असलम वानी, अब्दुल्ला के राजनीतिक सलाहकार तनवीर सादिक और पूर्व मंत्री सकीना इटू सहित अन्य पार्टी नेताओं का जबरदस्त स्वागत किया।

अब्दुल्ला ने रैली में लोगों संबोधित करते हुए कहा, ‘‘चिलचिलाती गर्मी के बावजूद रैली में शामिल होने के लिए मैं लोगों का आभारी हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए आपका जुनून और प्यार मुझे हमारी पार्टी के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की याद दिलाता है जिन्होंने लोगों के दिलों पर राज किया था।’’

अब्दुल्ला ने रैली से इतर पत्रकारों से बात करते हुए उम्मीद जताई कि चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद देश में एक नया प्रधानमंत्री शपथ लेगा।

उन्होंने रैली में कहा, ‘‘मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए अपने दादा के सभी सपनों को पूरा करने का संकल्प लेता हूं।’’ उन्होंने पूर्व मंत्री एवं प्रभावशाली गुर्जर नेता मियां अल्ताफ के लिए लोगों का समर्थन मांगा।

अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर छठे चरण में 25 मई को मतदान होगा। इस सीट पर 20 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

मियां अल्ताफ को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और भाजपा समर्थित अपनी पार्टी के जफर इकबाल खान मन्हास से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

अब्दुल्ला ने 2015 की घटना को याद किया जब बहुमत नहीं होने के बावजूद, उन्होंने दिवंगत मुफ्ती मोहम्मद सईद की सरकार को समर्थन देने का वादा किया था।

उन्होंने कहा, ‘‘हम 2015 में भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के एकमात्र उद्देश्य से पीडीपी को बिना शर्त प्रस्ताव के साथ आगे आए थे। लेकिन हमारे ईमानदार प्रयास को अस्वीकार कर दिया गया और पीडीपी ने भाजपा को चुना। बाकी सब इतिहास है।’’

विचारधारा के आधार पर विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ से जुड़े होने के महबूबा मुफ्ती के दावे पर सवाल उठाते हुए, नेकां नेता ने कहा कि वह उधमपुर और जम्मू लोकसभा सीट के कांग्रेस उम्मीदवारों के पक्ष में एक भी चुनावी रैली में शामिल नहीं हुई, जबकि ‘‘हमने उधमपुर, किश्तवाड़, रामबन, डोडा, जम्मू और सांबा सहित लगभग सभी हिस्सों में रैलियों में भाग लिया।’’

पुलिस थाने पर नौ जुलाई, 2016 को हुए हमले से पूरी घाटी में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे, जिसमें 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे।

नेशनल कॉन्फ्रेंस की रैली पुलिस थाने के निकट आयोजित की गई, जो जमीनी हालात में बदलाव का प्रतीक है और लोगों ने लोकतंत्र में अपना विश्वास जताया।

अब्दुल्ला ने रैली से इतर पत्रकारों से बात करते हुए उम्मीद जताई कि चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद देश में एक नया प्रधानमंत्री शपथ लेगा।

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा हताश है जो प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) के बयानों से स्पष्ट है। वह अब कह रहे हैं कि उन्होंने मुसलमानों के खिलाफ कभी कोई टिप्पणी नहीं की।’’

नेकां नेता ने आरोप लगाया कि उन्होंने (मोदी) जब भी कोई रैली की तो मुसलमानों को निशाना बनाने के अलावा कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘‘इंशाअल्लाह अब उन्हें जनता से जवाब मिलेगा और चार जून के बाद नया प्रधानमंत्री चुना जाएगा।’’

उन अपुष्ट खबरों पर कि एक विशेष पार्टी पीर पंजाल (राजौरी और पुंछ) में वोट खरीदने के लिए धन बल का इस्तेमाल कर रही है, उन्होंने लोगों से कहा कि यदि उनके पास वीडियो है तो इसे साझा करें ‘‘ताकि हम निर्वाचन आयोग के साथ इस मुद्दे को उठा सकें’’।

उन्होंने कहा, ‘‘अगर उनके पास इतना पैसा है, तो उन्हें हमें दे देना चाहिए क्योंकि हम एक गरीब पार्टी हैं और हम इसका बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं।’’

भाषा

देवेंद्र माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)