ओडिशा में ‘डबल इंजन’ सरकार बनी तो माफिया के खिलाफ चलेगा बुलडोजर: आदित्यनाथ |

ओडिशा में ‘डबल इंजन’ सरकार बनी तो माफिया के खिलाफ चलेगा बुलडोजर: आदित्यनाथ

ओडिशा में ‘डबल इंजन’ सरकार बनी तो माफिया के खिलाफ चलेगा बुलडोजर: आदित्यनाथ

:   Modified Date:  May 23, 2024 / 08:06 PM IST, Published Date : May 23, 2024/8:06 pm IST

(फाइल फोटो के साथ)

भुवनेश्वर, 23 मई (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि यदि ओडिशा में ‘‘डबल इंजन’’ की सरकार बनी तो माफिया के खिलाफ बुलडोजर चलाया जाएगा।

उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 20-25 वर्षों के दौरान ‘‘अफसर राज’’ ने ‘‘ओडिशा को 50 वर्ष पीछे धकेल दिया है।’’ उन्होंने सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) पर राज्य में युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का भी आरोप लगाया।

पुरी लोकसभा सीट के तहत चिल्का विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘हमें ओडिशा में डबल इंजन सरकार बनाने की ताकत दें ताकि हम उत्तर प्रदेश की तरह जमीन, रेत, जंगल और मवेशी माफिया पर बुलडोजर चलाकर रास्ता साफ कर सकें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘बीजद सरकार नौकरशाही से घिरी हुई है और जब नौकरशाही किसी सरकार को घेरती है, तो यह तानाशाही को जन्म देती है। तब भ्रष्टाचार बढ़ता है, गरीबों का शोषण होता है और प्रशासन ध्वस्त हो जाता है।’’

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के सहयोगी और नौकरशाह से बीजद नेता बने वी के पांडियन का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘एक अधिकारी को इतनी स्वतंत्रता नहीं दी जानी चाहिए कि वह सरकार को नियंत्रित करना शुरू कर दे। केवल निर्वाचित जन प्रतिनिधियों को ही राज्य पर शासन करना चाहिए, जो एक स्वस्थ लोकतंत्र का आधार है।’’

उन्होंने दावा किया कि बीजद का ‘कुशासन’ इसलिए है क्योंकि ‘‘नवीन बाबू नौकरशाही से घिरे हुए हैं और उन्हें नौकरशाहों ने गुमराह किया है।’’

आदित्यनाथ ने सवाल किया, ‘‘ओडिशा में पैदा हुई बिजली अन्य राज्यों को सस्ती कीमत पर उपलब्ध कराई जा रही है। यह कैसा कुशासन है?’’

भाजपा नेता ने बीजद सरकार पर उड़िया संस्कृति को ‘‘नष्ट’’ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार 500 वर्ष बाद राम लला को उनके जन्मस्थान अयोध्या ले आई।

कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए आदित्यनाथ ने दावा किया, ‘‘इंडिया गठबंधन की पार्टियों की नीतियां आतंकवाद, नक्सलवाद और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देती हैं।’’

उन्होंने मुसलमानों को ओबीसी श्रेणी में शामिल करने के तृणमूल सरकार के कदम के खिलाफ कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘धर्म-आधारित आरक्षण हमारे संविधान की भावना के विरुद्ध है। केवल भारत मूल के एससी, एसटी और पिछड़े समुदायों को आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए।’’

कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल में 2010 में कई वर्गों को दिया गया अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का दर्जा बुधवार को रद्द कर दिया और राज्य में सेवाओं व पदों पर रिक्तियों में इस तरह के आरक्षण को अवैध करार दिया। अदालत ने कहा कि मुसलमानों की 77 श्रेणियों को पिछड़ी श्रेणियों की सूची में शामिल करना ‘‘उन्हें वोट बैंक के रूप में मानना’’ है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ‘‘भारत ने दुनिया में सम्मान अर्जित किया है और इसके क्षेत्र सुरक्षित हैं।’’ आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘आतंकवाद और नक्सलवाद को समाप्त कर दिया गया है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अब, जब भारत में पटाखा चलता है, तो पाकिस्तान स्पष्टीकरण देता है कि विस्फोट में उसकी कोई भूमिका नहीं है। क्योंकि, पाकिस्तान जानता है कि यह नया भारत है, मोदी का भारत है, जो किसी भी दुस्साहस को बर्दाश्त नहीं करेगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भारत का खा रहे, यहां रह रहे कुछ लोग पाकिस्तान के पक्ष में बयान दे रहे हैं। ये लोग हमारे दुश्मन देश पाकिस्तान की भी तारीफ कर रहे हैं। मैं ऐसे लोगों से कहना चाहता हूं कि वे वहां चले जाएं।’’

आदित्यनाथ ने दावा किया कि देश 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मुहैया करा रहा है, जबकि पाकिस्तान के 23 करोड़ नागरिक भूख से जूझ रहे हैं।

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने केंद्रपाड़ा लोकसभा सीट के तहत महांगा विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक अन्य रैली में कहा, ‘‘पिछले 10 वर्षों में, मोदी ने पाकिस्तान की आबादी से अधिक लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। मोदी 60 करोड़ लोगों को हर साल 5 लाख रुपये तक की मुफ्त स्वास्थ्य सेवा दे रहे हैं। लेकिन, ओडिशा में, एक तमिल बाबू ने इस योजना को लागू नहीं होने दिया।’’

उन्होंने परोक्ष रूप से वी के पांडियन का जिक्र किया जिनका जन्म तमिलनाडु में हुआ था।

भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष में लहर अब ‘‘सुनामी में बदल गई है’’ और 400 लोकसभा सीटों का आंकड़ा पार करने का लक्ष्य चार जून को पूरा हो जाएगा, जिस दिन संसदीय चुनाव के परिणाम आएंगे।

भाषा आशीष माधव

माधव

 

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