हिमाचल में निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे से खाली हुईं तीन विस सीट पर 10 जुलाई को होगा उपचुनाव |

हिमाचल में निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे से खाली हुईं तीन विस सीट पर 10 जुलाई को होगा उपचुनाव

हिमाचल में निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे से खाली हुईं तीन विस सीट पर 10 जुलाई को होगा उपचुनाव

:   Modified Date:  June 10, 2024 / 05:55 PM IST, Published Date : June 10, 2024/5:55 pm IST

शिमला, 10 जून (भाषा) तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद खाली हुईं हिमाचल प्रदेश विधानसभा की तीन सीट पर 10 जुलाई को मतदान होगा। निर्वाचन आयोग ने सोमवार को इससे संबंधित कार्यक्रम जारी किया।

निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा (हमीरपुर), होशियार सिंह (देहरा) और केएल ठाकुर (नालागढ़) ने 22 मार्च को विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था और इसके अगले दिन भाजपा में शामिल हो गए थे।

विधानसभा अध्यक्ष ने तीन जून को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया था।

ऐसी अटकलें हैं कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इन तीनों को उनकी संबंधित सीट से चुनाव मैदान में उतार सकती है।

कांग्रेस के छह विधायकों सहित निर्दलीय शर्मा, सिंह और ठाकुर उन नौ विधायकों में शामिल थे जिन्होंने 27 फरवरी के राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन को वोट दिया था।

सदन में उपस्थित रहने और सरकार के पक्ष में मतदान करने से संबंधित पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने पर छह कांग्रेस विधायकों को विधानसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। बाद में, वे भाजपा में शामिल हो गए थे जिसने उन्हें उनकी संबंधित सीट पर हुए चुनाव में उतारा था।

लोकसभा चुनाव के साथ छह विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने चार सीट बरकरार रखीं और दो सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की।

उपचुनाव के बाद 68 सदस्यीय सदन में वर्तमान में 65 विधायक हैं। सत्तारूढ़ कांग्रेस के पास 38 विधायक हैं जबकि भाजपा के पास 27 विधायक हैं।

निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम के मुताबिक, उपचुनाव के लिए अधिसूचना 14 जून को जारी होगी और नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 जून होगी।

नामांकन पत्रों की जांच 24 जून को की जाएगी जबकि नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 26 जून है। मतों की गिनती 13 जुलाई को होगी।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि निर्दलीय विधायक सदन में किसी भी पार्टी का समर्थन कर सकते हैं और उन्हें इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं थी।

उन्होंने कहा, ‘वे पांच साल के लिए चुने गए थे लेकिन 14 महीने के भीतर उन्होंने इस्तीफा दे दिया और राज्य की जनता उनके भाग्य का फैसला करेगी।’

इस बीच, एक संबंधित घटनाक्रम में कांग्रेस ने अपनी हमीरपुर ब्लॉक इकाई को भंग कर दिया और जल्द ही इसका पुनर्गठन किया जाएगा।

भाषा नेत्रपाल माधव

माधव

 

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