तमिलनाडु की सभी 39 लोकसभा सीट के लिए चुनाव प्रचार समाप्त, बंगाल की तीन सीट पर भी थमा प्रचार |

तमिलनाडु की सभी 39 लोकसभा सीट के लिए चुनाव प्रचार समाप्त, बंगाल की तीन सीट पर भी थमा प्रचार

तमिलनाडु की सभी 39 लोकसभा सीट के लिए चुनाव प्रचार समाप्त, बंगाल की तीन सीट पर भी थमा प्रचार

:   Modified Date:  April 17, 2024 / 07:10 PM IST, Published Date : April 17, 2024/7:10 pm IST

चेन्नई/कोलकाता, 17 अप्रैल (भाषा) तमिलनाडु की सभी 39 सीट और पश्चिम बंगाल के उत्तर में स्थित तीन लोकसभा सीटों के लिए बुधवार शाम छह बजे चुनाव प्रचार थम गया।

पहले चरण में महाराष्ट्र की पांच और जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर होने वाले मतदान के लिए भी चुनाव प्रचार बुधवार शाम समाप्त हो गया।

इन सभी सीटों पर लोकसभा के लिए सात चरणों में होने वाले चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा।

तमिलनाडु में बुधवार को चुनाव प्रचार समाप्त होने तक राज्य के मुख्यमंत्री और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) अध्यक्ष एम.के.स्टालिन, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और ऑल इंडिया अन्ना द्रमुक मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) नेता ई.के.पलानीस्वामी सहित अन्य नेताओं से अधिक से अधिक मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश की।

स्टालिन ने एक बार फिर 2024 के लोकसभा चुनाव को ‘‘दूसरा स्वतंत्रता आंदोलन’’ बताया और दोहराया कि आम चुनाव यह तय करने के लिए है कि ‘‘किसका शासन जारी नहीं रहना चाहिए’’ बजाय इसके कि किसका सत्ता पर कब्जा होगा।

द्रमुक प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अपनी ‘स्वार्थ की राजनीति’ के लिए देश को बर्बाद करने का आरोप लगाया।

अन्नाद्रमुक महासचिव पलानीस्वामी ने सलेम में एक रोड शो किया और 2021 के विधानसभा चुनावों से पहले किए गए वादों को ‘पूरा नहीं करने’ के लिए सत्तारूढ़ द्रमुक की आलोचना की। उन्होंने उदाहरण दिया कि द्रमुक ने अबतक पुरानी पेंशन योजना लागू नहीं की है जिसका उसने वादा किया।

भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष के. अन्नामलाई और पार्टी नेता एल. मुरुगन ने मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए क्रमशः कोयंबटूर और नीलगिरी में गहन प्रचार अभियान चलाया।

पश्चिम बंगाल में तीन लोकसभा सीट, कूच बिहार (एससी), जलपाईगुड़ी (एससी) और अलीपुरद्वार (एसटी) के लिए पहले चरण में 19 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए प्रचार बुधवार शाम छह बजे समाप्त हो गया।

इन सीट पर चाय बागान श्रमिकों की मुश्किलें और राजबंशियों की पहचान प्रमुख मुद्द के रूप में उभरे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी-अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में जनसभाएं की।

पहले चरण में, कुल 56,26,108 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे जिनमें 28, 62,494 पुरुष, 27,63,506 महिलाएं और 108 तृतीय लिंग के मतदाता शामिल है। तीन सीट पर मतदान के लिए 5,814 बूथ बनाए गए हैं।

मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री निसिथ प्रमाणिक सहित कुल मिलाकर 14 उम्मीदवार कूच बिहार से संसदीय चुनाव लड़ रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस ने इस सीट से जगदीश चंद्र बर्मा बसुनिया को मैदान में उतारा है, जबकि फॉरवर्ड ब्लॉक ने नीतीश चंद्र रॉय और कांग्रेस ने पिया रॉय चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। चौधरी को छोड़कर सभी उम्मीदवार राजबंशी समुदाय से हैं।

महाराष्ट्र में पहले चरण में नागपुर, रामटेक, भंडारा-गोंदिया, चंद्रपुर और गढ़चिरौली सीट पर मतदान होगा।

नागपुर में केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन गडकरी और कांग्रेस के विकास ठाकरे के बीच सीधा मुकाबला है। गडकरी ने 2019 में कांग्रेस के नाना पटोले को 2,16,000 मतों से हराया था। नागपुर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का मुख्यालय है और यहां पर कुल 22,18,259 मतदाता हैं जिनमें 11,10,840 पुरुष मतदाता, 11,07,197 महिला और 222 तृतीय लिंग के मतदाता शामिल हैं।

चंद्रपुर में, भाजपा उम्मीदवार और महाराष्ट्र के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार का मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार प्रतिभा धानोरकर से है, जो दिवंगत सुरेश धानोरकर की पत्नी हैं। सुरेश धानोरकर इस सीट से 2019 में महाराष्ट्र से लोकसभा के लिए चुने गए एकमात्र कांग्रेस सांसद थे जिनका पिछले साल निधन हो गया था।

भंडारा-गोंदिया में भाजपा ने मौजूदा सांसद सुनील मेंढे को मैदान में उतारा है, जिनका मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. प्रशांत पटोले से है। मेंढे ने 2019 में तत्कालीन अविभाजित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नाना पंचबुधे को 1,97,394 से अधिक मतों से हराया था।

भाजपा के दो बार के सांसद अशोक नेते गढ़चिरौली-चिमूर में कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. नामदेव किरसन के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। 2019 के चुनाव में नेते ने कांग्रेस प्रत्याशी डॉ नामदेव उसेंडी को हराया था।

रामटेक में कांग्रेस के श्यामकुमार बर्वे का मुकाबला एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के उम्मीदवार राजू परवे से है। 2019 में यहां अविभाजित शिवसेना उम्मीदवार कृपाल तुमाने ने कांग्रेस के किशोर उत्तमराव गजभिये को हराया था।

जम्मू-कश्मीर की पांच लोकसभा सीट में एक उधमपुर सीट पर पहले चरण में चुनाव होगा। इस सीट पर केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा उम्मीदवार जितेंद्र सिंह लगातार तीसरी बार निर्वाचित होने की कोशिश कर रहे हैं जबकि कांग्रेस ने चौधरी लाल सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है। इस सीट से 12 उम्मीदवार मैदान में हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद की डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के उम्मीदवार और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री जीएम सरूरी की मौजूदगी मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।

एक अधिकारी ने बताया कि राजनीतिक दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों द्वारा प्रचार के दौरान किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा और मतदान कर्मचारियों की अग्रिम पार्टियों को चुनाव सामग्री के साथ बर्फीले इलाकों सहित दूरदराज के इलाकों में भेज दिया गया है।

भाषा धीरज प्रशांत

प्रशांत

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)