उत्तराखंड में पहली बार देखा गया चीनी बगुला |

उत्तराखंड में पहली बार देखा गया चीनी बगुला

उत्तराखंड में पहली बार देखा गया चीनी बगुला

:   Modified Date:  May 19, 2024 / 09:32 PM IST, Published Date : May 19, 2024/9:32 pm IST

कोटद्वार, 19 मई (भाषा) आमतौर पर पूर्वोत्तर राज्यों, राजस्थान और भूटान में पाया जाने वाला पक्षी चीनी बगुला (चाइनीज पौंड हेरॉन) पहली बार उत्तराखंड में देखा गया है। वन विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।

पौड़ी जिले के लैंसडाउन क्षेत्र के प्रभागीय वन अधिकारी नवीन चंद्र पंत ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि स्थानीय शौकिया फोटोग्राफर किरन बिष्ट ने उन्हें इस बारे में बताया जिसके बाद उन्होंने खुद उसे कोटद्वार में देखा और अपने कैमरे में भी कैद किया।

उन्होंने बताया कि इसके बारे मे पता चलने पर कोटद्वार क्षेत्र के पक्षी प्रेमी और फोटोग्राफर बहुत उत्सहित हैं।

पंत ने बताया कि विशेषज्ञों के अनुसार अभी तक इस पक्षी की उत्तराखंड में मौजूदगी का कोई रिकॉर्ड नहीं था। उन्होंने बताया कि प्रजनन के लिए इस पक्षी ने पहली बार लैंसडाउन वन प्रभाग के कोटद्वार क्षेत्र को चुना।

ग्रीष्म कालीन प्रवास के दौरान कई पक्षी इन दिनों कोटद्वार के सनेह क्षेत्र और लैंसडाउन वन प्रभाग के घने जंगलों में दिखाई दे रहे हैं।

उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर राज्यों के पक्षियों का यहां आना इस बात का संकेत है कि उनके लिए यहां का वातावरण अनुकूल है। उन्होंने बताया कि इससे क्षेत्र में पक्षी पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

पक्षी प्रेमी अजय खंतवाल ने बताया कि इस समय लैंसडाउन वन प्रभाग क्षेत्र में लगभग पौने दो प्रजाति के पक्षी देखे जा सकते हैं, जिनमें कई प्रवासी भी हैं।

एक और पक्षी प्रेमी राजीव बिष्ट ने बताया कि भारतीय बगुला और चीनी बगुला के पंखों के रंगों का अन्तर होता है और चीनी बगुला अपेक्षाकृत शर्मीला भी होता है तथा इसको देखने के लिए बड़े संयम की आवश्यकता होती है।

भाषा सं दीप्ति खारी

खारी

 

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