हेरोइन जब्ती, अमेजन ‘रिश्वतखोरी’ मामले की जांच के लिए न्यायाधीशों का आयोग गठित हो: कांग्रेस |

हेरोइन जब्ती, अमेजन ‘रिश्वतखोरी’ मामले की जांच के लिए न्यायाधीशों का आयोग गठित हो: कांग्रेस

हेरोइन जब्ती, अमेजन ‘रिश्वतखोरी’ मामले की जांच के लिए न्यायाधीशों का आयोग गठित हो: कांग्रेस

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:46 PM IST, Published Date : September 22, 2021/6:29 pm IST

नयी दिल्ली, 22 सितंबर (भाषा) कांग्रेस ने गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर करीब 3000 किलोग्राम हेरोइन बरामद किये जाने और ई-वाणिज्य कंपनी अमेजन से जुड़े कथित रिश्वतखोरी के मामलों को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि इन मामलों की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीशों का एक आयोग गठित किया जाना चाहिए।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इन मामलों पर देश को जवाब देना चाहिए क्योंकि ये राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े गंभीर विषय हैं।

उन्होंने सरकार पर उस वक्त निशाना साधा है, जब अधिकारियों ने मंगलवार को बताया था कि राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने गुजरात के कच्छ जिले में मुंद्रा बंदरगाह से 2,988.21 किलोग्राम हेरोइन जब्त की है, जिसकी कीमत 15000 करोड़ रुपये है। इस बंदरगाह के परिचालन का स्वामित्व अडाणी समूह के पास है।

अडाणी समूह के एक प्रवक्ता ने इस घटनाक्रम पर मंगलवार को कहा था कि बदंरगाहों के परिचालन में परिचालक कंपनियों की भूमिका सीमित होती है तथा कंटेनरों की छानबीन एवं जब्ती का काम सरकारी एजेंसियां ही करती हैं, ऐसे में यह समूह आशा करता है कि सोशल मीडिया पर चलाये जा रहे ‘दुष्प्रचार’ पर विराम लगेगा।

इस मामले पर सरकार की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

हेरोइन जब्त किये जाने और अमेजन से जुड़े मामलों का उल्लेख करते हुए सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दो सनसनीखेज खुलासों ने साफ कर दिया है कि मोदी सरकार ने देश के भविष्य को बेचने की “सुपारी” ले रखी है। यही इनका “खाएंगे, खिलाएंगे और लुटाएंगे” मॉडल है।’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या ऐसे में पूरे मामले की जांच उच्चतम न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीशों का आयोग बनाकर नहीं होनी चाहिए?’’

कांग्रेस महासचिव सुरजेवाला ने कहा, ‘‘3000 किलोग्राम हेरोइन की बरामदगी ड्रग तस्करी का अब तक का सबसे बड़ा मामला है। यह कोई पहली बार नहीं है कि इस बंदरगाह के माध्यम से ड्रग्स लायी गयी हो। आज के समाचार पत्रों के मुताबिक, अडाणी मुंद्रा बंदरगाह से जून, 2021 में इसी प्रकार 25,000 किलोग्राम हेरोइन ड्रग, ‘सेमीकट टेलकम पाउडर ब्लॉक्स’ के नाम पर लायी गयी थी।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘ हेरोइन की पुरानी खेप बाजार में पहुंच चुकी होगी और हिंदुस्तान के नौजवानों को नशे की आग में झोंक रही है। यह भी याद रहे कि जुलाई, 2021 में दिल्ली पुलिस ने भी 2,500 करोड़ रुपए मूल्य की 354 किलोग्राम हेरोइन की बरामदगी की थी। मई महीने में भी दिल्ली पुलिस ने 125 किलोग्राम हेरोइन पकड़ी थी।’’

सुरजेवाला ने सवाल किया, ‘‘ क्या यह सीधे-सीधे देश के युवाओं को नशे में धकेलने का षड़यंत्र नहीं? क्या यह राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं, क्योंकि इन सारे ड्रग्स के तार तालिबान और अफगानिस्तान से जुड़े हैं।’’

उन्होंने यह भी पूछा, ‘‘ क्या ड्रग माफिया को सरकार में बैठे किसी सफेदपोश का और सरकारी एजेंसियों का संरक्षण प्राप्त है? अडाणी मुंद्रा पोर्ट की जांच क्यों नहीं की गई?

अमेजन से जुड़े मामले का उल्लेख करते हुए सुरजेवाला ने दावा किया, ‘‘ विदेशी ई-वाणिज्य कंपनी अमेजन ने पिछले दो साल में भारत में कानूनी शुल्क के नाम पर 8,546 करोड़ रुपये का भुगतान किया। अब सामने आया है कि यह पैसा तथाकथित रिश्वत के तौर पर दिया गया।’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘ अमेजन द्वारा 8,546 करोड़ रू की रिश्वत भारत सरकार में किस अधिकारी और सफेदपोश राजनेता को मिली? क्या यह रिश्वत मोदी सरकार में कानून व नियम बदलने के लिए दी गई ताकि छोटे-छोटे दुकानदारों और उद्योगों का धंधा बंद कर अमेजन जैसी ई-वाणिज्य कंपनी का व्यवसाय चल सके?’’

अमेजन ने इस मामले पर कहा है कि इस राशि में उसके कानूनी मामलों के साथ साथ पेशेवर मामलों का खर्च भी शामिल है तथा यह केवल विधि कार्यों से जुड़ा खर्च नहीं है।

भाषा हक

हक नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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