लोकसभा चुनाव जीतने के लिए 10 किलोग्राम राशन देने का झूठा वादा कर रही है कांग्रेस: भाजपा |

लोकसभा चुनाव जीतने के लिए 10 किलोग्राम राशन देने का झूठा वादा कर रही है कांग्रेस: भाजपा

लोकसभा चुनाव जीतने के लिए 10 किलोग्राम राशन देने का झूठा वादा कर रही है कांग्रेस: भाजपा

:   Modified Date:  May 15, 2024 / 08:46 PM IST, Published Date : May 15, 2024/8:46 pm IST

नयी दिल्ली, 15 मई (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा ‘इंडिया’ गठबंधन के सत्ता में आने पर मौजूदा सरकार की ओर से दी जा रही पांच किलोग्राम अनाज की जगह 10 किलोग्राम अनाज देने की घोषणा के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को कांग्रेस पर लोकसभा चुनाव जीतने के लिए ‘झूठे वादे’ करने का आरोप लगाया।

कांग्रेस अध्यक्ष के वादे के बारे में पूछे जाने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता अर्जुन राम मेघवाल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘खरगे झूठ बोल रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘‘वे झूठे वादे करके सत्ता में आना चाहते हैं। लोग उन्हें माफ नहीं करेंगे और वे जो कहेंगे उस पर विश्वास नहीं करेंगे।’’

इससे पहले दिन में लखनऊ में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए खरगे ने घोषणा की कि अगर ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार सत्ता में आती है तो भाजपा सरकार की ओर से दी जा रही गरीबों को मुफ्त राशन की मात्रा दोगुनी कर दी जाएगी।

कांग्रेस अध्यक्ष ने हर महीने गरीबों को पांच किलोग्राम राशन देने की मोदी सरकार की योजना का जिक्र किया और कहा, ‘‘कांग्रेस खाद्य सुरक्षा कानून लेकर आई, आप (मोदी सरकार) ने कुछ नहीं किया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘आप पांच किलो दे रहे हैं। अगर ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनती है तो हम गरीबों को 10 किलो राशन देंगे।’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं गारंटी के साथ यह कह रहा हूं क्योंकि हम तेलंगाना और कर्नाटक सहित राज्यों में ऐसा कर चुके हैं।’’

खरगे पर निशाना साधते हुए मेघवाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में सत्ता में आने पर इन राज्यों के लोगों से किए गए वादों को पूरा नहीं किया।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं राजस्थान से आता हूं। उन्होंने किसानों के कर्ज माफ करने का झूठा वादा किया। हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में भी उन्होंने झूठे वादे किए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय ने मनमोहन सिंह सरकार से एफसीआई के गोदामों में सड़ रहे खाद्यान्न को गरीबों में बांटने को कहा था। खरगे उस समय मंत्री भी थे। तब आपने (कांग्रेस सरकार) कहा कि हमें निर्देश देने वाला उच्चतम न्यायालय कौन होता है।’’

भाषा ब्रजेन्द्र माधव धीरज

धीरज

 

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