माकपा ने मोदी के भाषण को लेकर दिल्ली पुलिस से शिकायत की |

माकपा ने मोदी के भाषण को लेकर दिल्ली पुलिस से शिकायत की

माकपा ने मोदी के भाषण को लेकर दिल्ली पुलिस से शिकायत की

:   Modified Date:  April 22, 2024 / 10:58 PM IST, Published Date : April 22, 2024/10:58 pm IST

नयी दिल्ली, 22 अप्रैल (भाषा) मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने सोमवार को कहा कि उसने ‘संपत्ति के बंटवारे’ को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राजस्थान में दिए गए बयान के संबंध में दिल्ली पुलिस आयुक्त को शिकायत भेजी है।

पार्टी के मुताबिक, उसने यह कदम राष्ट्रीय राजधानी के एक थाने के शिकायत दर्ज करने से मना करने के बाद उठाया है।

माकपा ने एक बयान में कहा कि पार्टी नेता वृंदा करात और पुष्पिंदर सिंह ग्रेवाल ने मोदी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए मंदिर मार्ग थाना प्रभारी से संपर्क किया।

पार्टी ने कहा, ‘‘चूंकि मंदिर मार्ग थाने ने शिकायत स्वीकार करने से इनकार कर दिया, इसलिए इसे दिल्ली के पुलिस आयुक्त को भेज दिया गया है।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्थान के बांसवाड़ा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस ने लोगों की मेहनत की कमाई और संपत्ति ‘घुसपैठियों’ और ‘जिनके अधिक बच्चे हैं’ उन्हें देने की योजना बनाई है।

माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग से शिकायत का संज्ञान लेने और मोदी और भाजपा के खिलाफ कार्यवाही शुरू करने का भी आग्रह किया गया।’’

उन्होंने प्राथमिकी दर्ज करने की भी मांग की।

येचुरी ने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग से इस नवीनतम शिकायत का संज्ञान लेने और तुरंत नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ कार्यवाही शुरू करने का आग्रह करते हैं। सांप्रदायिक भावनाएं और नफरत भड़काने के लिए प्राथमिकी दर्ज करने की जरूरत है।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘उपयुक्त कार्रवाई करने में निर्वाचन आयोग की विफलता एक स्वायत्त संस्था के रूप में इसकी विश्वसनीयता को और कमजोर कर देगी तथा स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए माहौल को और खराब कर देगी।’’

राजस्थान की सीकर सीट से माकपा उम्मीदवार अमरा राम ने भी पुलिस से मोदी के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का आग्रह किया।

माकपा नेताओं ने अपनी शिकायत में कहा कि उनका मानना है कि प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया बयान भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत घृणा भाषण है।

माकपा ने अपने पत्र में कहा, ‘‘21 अप्रैल 2024 को राजस्थान के बांसवाड़ा में एक चुनावी रैली के दौरान दिए गए भाषण में मोदी ने जानबूझकर और रणनीतिक रूप से मुस्लिम संबंधी टिप्पणी की ताकि हिंदू समुदाय को यह आभास दिलाया जा सके कि उनकी संपत्ति खतरे में है, क्योंकि समुदाय का धन खासतौर पर (हिंदू) ‘मंगलसूत्र’, कांग्रेस द्वारा मुस्लिम समुदाय के सदस्यों को वितरित किया जाएगा।’’

पार्टी ने कहा, ‘‘इस बयान का मकसद किसी समुदाय के लोगों को निशाना बनाना और समूह के प्रति नफरत फैलाना है। घृणा भाषण का इस्तेमाल कर वोट के लिए अपील करना पूरी तरह से गैरकानूनी है, जैसा कि प्रधानमंत्री ने किया है।’’

माकपा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने असंवैधानिक रूप से और जानबूझकर ‘घुसपैठिया’ शब्द का इस्तेमाल उन लोगों का वर्णन करने के लिए किया, जिन्हें हिंदुओं की संपत्ति वितरित की जाएगी।

पार्टी ने कहा, ‘‘यह बयान देने से पहले उन्होंने उल्लेख किया कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा था कि राष्ट्र के संसाधनों पर मुसलमानों का पहला अधिकार है।’’

वाम दल ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए बयान भड़काऊ हैं और समुदायों के बीच दुर्भावना को बढ़ावा देते हैं।’’

भाषा धीरज शफीक

शफीक

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)