(नामिता तिवारी)
रांची, 25 अप्रैल (भाषा) झारखंड की रांची लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार यशस्विनी सहाय की प्राथमिकताएं आदर्श गांव बनाना, खेल अवसरंचनाओं का निर्माण एवं विकास करना, रांची की विरासत का संरक्षण और रोजगार सृजन करना है।
यशस्विनी पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय की बेटी है, जो राजनीति में अपनी शुरुआत करने जा रही हैं।
मुंबई में वकालत करने वाली यशस्विनी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा ‘परिवारवाद’ की आलोचना किए जाने पर ध्यान नहीं देतीं। उनका कहना है कि भाजपा बेरोजगारी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह का प्रचार करती है।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से साक्षात्कार में कहा, ”यहां रहने वाले युवा सभी प्रकार के खेलों में रूचि रखते हैं। आपने कांग्रेस पार्टी का घोषणापत्र तो पढ़ा ही होगा, जिसमें हर इलाके में अपनी खेल अकादमी होने की बात कही गयी है। मैं रांची निर्वाचन क्षेत्र में इसे लागू करने का वादा करती हूं।”
सहाय ने हाल ही में हुए अंतरराष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन के लिए रांची के लोगों और प्रशासन को धन्यवाद दिया।
रांची में जनवरी में एफआईएच महिला हॉकी ओलम्पिक क्वालीफायर और पिछले वर्ष एशियन चैंपियन्स ट्रॉफी का आयोजन किया गया था।
सहाय ने कहा कि उनका लक्ष्य अपने संसदीय क्षेत्र के गांवों को आदर्श गांव बनाना और रांची की विरासत को संरक्षित करते हुए उसे महानगर बनाना है। उन्होंने कहा, ”हमारा उद्देश्य झारखंड में पुरुषों व महिलाओं को नौकरियां प्रदान करना और खाली पड़े सरकारी पदों को भरना है। मैं अक्सर सोचती हूं कि यहां के युवा और युवतियां कैसे नौकरियां हासिल करते हैं।”
सहाय ने दावा किया कि कानून में मास्टर डिग्री और मानवाधिकार में विशेषज्ञता के कारण उनके विचारों में सामाजिक रुझान था।
मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री और रांची के पूर्व सांसद अपने पिता सुबोध कांत सहाय से मदद लेने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह ऐसे राजनीतिक माहौल में पली-बढ़ी हैं, जिसमें समाज सेवा के अलावा और कोई विषय नहीं है। कांग्रेस उम्मीदवार (27) ने कहा, ”मेरे पिता का राजनीतिक करियर बेहद विशाल रहा। मुझे उनके विशाल अनुभव से लाभ मिलेगा। इस तरह मैं उनकी बेटी के रूप में अपनी जिम्मेदारियां निभाऊंगी।”
रांची लोकसभा सीट पर सहाय का मुकाबला भाजपा के मौजूदा सांसद संजय सेठ से है।
सहाय ने जीत का भरोसा जताया है। उन्होंने कहा, ”मुझे झारखंड की उन माताओं, बहनों, भाइयों और पिता तुल्य लोगों का आशीर्वाद प्राप्त है, जो मेरे साथ जुड़े हुए हैं।”
भाजपा ने सुबोधकांत सहाय पर परिवारवाद में शामिल होने और रांची लोकसभा सीट से अपनी बेटी के लिए टिकट हासिल करने का आरोप लगाया था।
पूर्व में सुबोधकांत सहाय के कांग्रेस की टिकट पर रांची से चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थीं।
लोकसभा चुनाव 2019 में संजय सेठ ने सुबोधकांत सहाय को हराया था।
रांची लोकसभा सीट पर 25 मई को मतदान होगा, जहां 10.66 लाख महिला मतदाताओं सहित 21.62 लाख मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे।
भाषा जितेंद्र मनीषा
मनीषा
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