डीपीएपी नेता मोहम्मद सलीम पर्रे ने अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया |

डीपीएपी नेता मोहम्मद सलीम पर्रे ने अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया

डीपीएपी नेता मोहम्मद सलीम पर्रे ने अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया

:   Modified Date:  April 19, 2024 / 03:41 PM IST, Published Date : April 19, 2024/3:41 pm IST

श्रीनगर, 19 अप्रैल (भाषा) डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के नेता मोहम्मद सलीम पर्रे ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया। यहां लोकसभा के तीसरे चरण में सात मई को मतदान होगा।

डीपीएपी अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ पर्रे अनंतनाग के उपायुक्त और निर्वाचन अधिकारी सैयद फखरुद्दीन के कार्यालय में अपना नामंकन पत्र दाखिल करने पहुंचे थे।

नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए आजाद ने उम्मीद जताई कि पर्रे इस सीट से विजयी होंगे और लोकसभा में जम्मू-कश्मीर और उसके लोगों का प्रतिनिधित्व करेंगे।

उन्होंने कहा, ”यह 40 वर्षीय युवा वकील उच्च न्यायालय, निचली अदालत और जिला अदालत में व्यक्तिगत मामले लड़ते थे, लेकिन अब वह लोकतंत्र की सर्वोच्च सीट, लोकसभा में हमारे राज्य और उसके लोगों का प्रतिनिधित्व करेंगे।”

गुलाम नबी आजाद से यह पूछा गया कि वह इस सीट से चुनाव लड़ने से पीछे क्यों हट गये जबकि लोग चाहते थे कि वह चुनाव लड़ें, इसके जवाब में उन्होंने कहा, ”पर्रे मेरे प्रतिनिधि हैं और उनके लिए मतदान करना मेरे लिए मतदान करने के बराबर ही है।”

आजाद ने इससे पहले अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उनसे किसी भी पार्टी या उम्मीदवार के खिलाफ बुरा बोलने से बचने के लिए कहा।

उन्होंने कुछ राजनीतिक नेताओं के साथ हुई जुबानी जंग पर अफसोस जताया। जाहिर तौर पर उनका इशारा नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला की ओर था, जिन्हें उन्होंने पर्यटक कहा था।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”मेरी कुछ नेताओं के साथ हुई जुबानी जंग का मुझे खेद है। यह मेरे स्वभाव के विरुद्ध है। जब मैं 40 साल तक संसद में रहा तो मैंने कभी किसी पार्टी या नेता के खिलाफ बुरा नहीं बोला। मैं चाहता हूं कि आज से हम किसी भी पार्टी या उसके उम्मीदवार के बारे में बुरा न बोलें। हमारा एजेंडा लोगों की सेवा करना है।”

आजाद ने 15 अप्रैल को डोडा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि अब्दुल्ला घाटी में केवल ‘पर्यटक’ के तौर पर आते हैं। वह गर्मियां लंदन में और सर्दियां विदेश में गर्म स्थानों पर बिताते हैं।

आजाद ने कहा था कि उमर साहब आप गर्मियों के दौरान अपने नाना के घर लंदन जाते हैं और सर्दियों के दौरान किसी गर्म देश में ठहरते हैं बाकि आप घाटी में तो एक पर्यटक के तौर पर आते हैं।

नेकां के उपाध्यक्ष ने आजाद के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्हें एक ‘कुंठित व्यक्ति’ कहा था।

अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर अब तक नेकां के मियां अल्ताफ और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती सहित 10 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है। इस सीट पर नामांकन दाखिल करने के लिए शुक्रवार को आखिरी दिन है।

भाषा

प्रीति नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)