असमानता को कम करने के लिए शिक्षा सबसे प्रभावशाली तंत्र : धनखड़ |

असमानता को कम करने के लिए शिक्षा सबसे प्रभावशाली तंत्र : धनखड़

असमानता को कम करने के लिए शिक्षा सबसे प्रभावशाली तंत्र : धनखड़

:   Modified Date:  February 11, 2024 / 09:11 PM IST, Published Date : February 11, 2024/9:11 pm IST

गोंदिया, 11 फरवरी (भाषा) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने रविवार को कहा कि समानता लाने और असमानता को कम करने के लिए शिक्षा सबसे प्रभावशाली परिवर्तन लाने वाला तंत्र है।

महाराष्ट्र के गोंदिया जिले में एक समारोह को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा कि दृष्टि, मिशन और प्रतिभा के साथ युवा सांसदों को 2047 के विकासशील भारत के निर्माण में बड़ी भूमिका निभानी है।

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने यह भी सुझाव दिया कि कृषि उपज के संवर्धन से किसानों के जीवन में गुणात्मक सुधार आएगा।

धनखड़ ने कहा, ‘‘आज, दुनिया भारत में बदलाव देख रही है और परिवर्तन आसन्न है जब नेता जमीनी हकीकत से अवगत हैं और उन्हें बदलने की क्षमता रखते हैं। आज, हमारे पास केंद्र और राज्य में एक काबिल नेतृत्व है जो परिवर्तन लाने में अच्छी तरह से सक्षम हैं।’’

उन्होंने कहा कि भारत तेजी से एक मजबूत राष्ट्र के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘1989 में जब मैं पहली बार सांसद बना, वह हमारे देश के लिए एक कठिन समय था। देश को अपना स्वर्ण भंडार हवाई मार्ग से स्विट्जरलैंड भेजना पड़ा, जहां इसे दो बैंकों में गिरवी रखा गया ताकि हमारे देश की वित्तीय विश्वसनीयता बरकरार रखी जा सके।’’

उन्होंने कहा कि हालांकि अब समय बदल गया है और ‘‘हम कनाडा, फ्रांस और इंग्लैंड को पीछे छोड़कर दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘भारत वर्तमान में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। अगले दो से तीन वर्षों में हम जर्मनी और जापान से आगे निकल जाएंगे।’

यह समारोह पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल के पिता मनोहर पटेल की 118वीं जयंती के अवसर पर आयोजित किया गया था, जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से हैं।

उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘समानता लाने और असमानता को कम करने के लिए शिक्षा सबसे प्रभावशाली परिवर्तन लाने वाला तंत्र है। दृष्टि, मिशन और प्रतिभा वाले युवा सांसदों को 2047 के विकसित भारत के निर्माण में बड़ी भूमिका निभानी है।’

धनखड़ ने कहा कि गोंदिया चावल व्यापार का एक प्रमुख केंद्र है और वह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को चावल के विपणन के लिए उसके संवर्धन पर काम करने का सुझाव देना चाहेंगे।

उन्होंने कहा, ‘मैं मुख्यमंत्री शिंदे से कहना चाहता हूं कि चावल का उसके मुख्य विपणन बिंदु के रूप में संवर्धन करें। किसानों के विकास के लिए, उनकी उपज का संवर्धन महत्वपूर्ण है। इस तरह के बदलाव किसानों के जीवन में गुणात्मक सुधार लाएंगे।’

उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत, गैस कनेक्शन और हर घर में नल का जल कनेक्शन एक वास्तविकता बन गया है। धनखड़ ने महिला आरक्षण और उनके सशक्तिकरण की भी सराहना की।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि राज्य सभी क्षेत्रों में अन्य राज्यों से आगे है और ‘डबल इंजन’ सरकार प्रगति कर रही है। शिंदे ने कहा, ‘महाराष्ट्र एक हजार अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य भी हासिल करेगा और देश की प्रगति में योगदान देगा।’’

भाषा अमित पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)