(चरणजीत सिंह)
चंडीगढ़, 29 अप्रैल (भाषा) बठिंडा लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार परमपाल कौर सिद्धू इस सीट से मौजूदा सांसद और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की उम्मीदवार हरसिमरत कौर बादल को चुनौती नहीं मानतीं और उनका दावा है कि हरसिमरत के खिलाफ इस क्षेत्र में सत्ता विरोधी ‘‘मजबूत’’ लहर है।
बठिंडा निर्वाचन क्षेत्र शिअद का गढ़ माना जाता है और शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल की पत्नी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने 2009, 2014 और 2019 के आम चुनाव में इस सीट से जीत हासिल की थी।
उन्हें शिअद ने इस सीट से पुन: उम्मीदवार बनाया है।
सिद्धू वरिष्ठ अकाली नेता सिकंदर सिंह मलूका की पुत्रवधू हैं। वह और उनके पति गुरप्रीत सिंह मलूका हाल में भाजपा में शामिल हुए थे जबकि सिकंदर सिंह अब भी सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व वाली पार्टी में हैं।
सिद्धू 2011 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी है और उन्होंने राजनीति में शामिल होने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी थी।
सिद्धू ने कहा, ‘‘वह (हरसिमरत) कोई बड़ी चुनौती नहीं हैं। उनके खिलाफ सत्ता विरोधी मजबूत लहर है। वह कभी जनता के संपर्क में नहीं रहीं।’’
उन्होंने दावा किया कि पंजाब के पांच बार मुख्यमंत्री रहे और शिअद संरक्षक दिवंगत प्रकाश सिंह बादल की बहू हरसिमरत कौर बादल 2019 में भाजपा के समर्थन के कारण जीती थीं।
सिद्धू ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘भाजपा के समर्थन के बिना उन्हें अब यह सीट जीतने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए।’’
भाजपा 1996 के बाद पहली बार पंजाब में अपने दम पर लोकसभा चुनाव लड़ रही है। शिअद कृषि कानूनों को लेकर 2020 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग हो गया था। इन कृषि कानूनों को निरस्त किया जा चुका है।
उन्होंने बादल पर भाजपा के कार्यों का श्रेय लेने का आरोप लगाया।
सिद्धू ने कहा कि जब उनके ससुर स्वयं ‘‘भाजपा की लहर’’ देखेंगे और महसूस करेंगे कि जनता की राय भाजपा के पक्ष में है, तो उन्हें यकीन हो जाएगा कि उन्होंने (सिद्धू और उनके पति ने) ‘‘सही निर्णय’’ लिया है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री सिकंदर सिंह मलूका ने पहले कहा था कि उन्होंने अपने बेटे और बहू को भाजपा में शामिल होने से रोकने की कोशिश की थी।
सिद्धू ने आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में पंजाब में कोई सकारात्मक बदलाव नजर नहीं आता।
भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए सिद्धू ने शिअद पर इन आंदोलन की ‘‘योजना बनाने’’ का आरोप लगाया।
उन्होंने दावा किया कि ऐसे विरोध प्रदर्शन के शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद उनकी तस्वीरें शिअद के फेसबुक पर अपलोड हो जाती हैं।
बठिंडा सीट से, बादल और सिद्धू के अलावा ‘आप’ के गुरमीत सिंह खुड्डियां और कांग्रेस पार्टी के जीत मोहिंदर सिद्धू चुनावी मैदान में है।
भाषा
सिम्मी मनीषा
मनीषा
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