अकबरपुर का नाम लेने में भी संकोच होता है, गुलामी के निशान को समाप्त करेंगे: योगी |

अकबरपुर का नाम लेने में भी संकोच होता है, गुलामी के निशान को समाप्त करेंगे: योगी

अकबरपुर का नाम लेने में भी संकोच होता है, गुलामी के निशान को समाप्त करेंगे: योगी

:   Modified Date:  May 8, 2024 / 07:20 PM IST, Published Date : May 8, 2024/7:20 pm IST

कानपुर (उप्र) आठ मई (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी देवेन्द्र सिंह भोले के पक्ष में एक जनसभा को संबोधित करते हुये कहा कि यहां का नाम ही ऐसा है कि बार-बार बोलने में संकोच लगता है और अब ये सब बदल जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन चरण के चुनाव संपन्न होने के साथ ही देश की आधी लोकसभा सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुके हैं और पूरे देश में एक ही आवाज गूंज रही है, ‘फिर एक बार मोदी सरकार, अबकी बार 400 पार।’

योगी ने बुधवार को यहां घाटमपुर स्थित पतारा रेलवे स्टेशन मैदान में आयोजित अकबरपुर लोकसभा सीट के लिए विशाल चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पार्टी प्रत्याशी देवेन्द्र सिंह भोले के पक्ष में जनता से वोट की अपील की।

एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा, ”अकबरपुर का नाम ही ऐसा है कि बार बार बोलने में संकोच लगता है। ये सब बदल जाएगा। हमें गुलामी के निशानों को समाप्त और विरासत का सम्मान करना है। इस क्षेत्र को विकास की मुख्यधारा के साथ जोड़ना है। इसके लिए जो अभियान देश में शुरू हुआ है, उसमें हमें भी एक वोट के साथ सहभागी बनना है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सनातन सत्य है कि रामद्रोहियों का पतन हमेशा हुआ है और 2024 का लोकसभा चुनाव इस शाश्वत सत्य की पुष्टि करने वाला है।

उन्होंने कहा, ‘‘ये केवल सरकार बनाने का चुनाव नहीं है। एक तरफ मोदी जी के नेतृत्व में देश को नये और आत्मनिर्भर भारत के रूप में स्थापित किया जा रहा है, दूसरी तरफ रामद्रोही हमें जाति, क्षेत्र के नामपर लड़ाने का काम कर रहे हैं। अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ी जाति के अधिकारों को अल्पसंख्यकों को देने की साजिश रची जा रही है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे बात निशुल्क राशन की हो या मुफ्त उपचार की, बेटी के जन्म से लेकर उसकी पढ़ाई और शादी की व्यवस्था की हो या फिर बेटी और व्यापारी को सुरक्षा देने का कार्य आपका एक वोट नये भारत का दर्शन करा रहा है।

इस मौके पर भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

भाषा जफर रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)