ओडिशा की बेहतरी के लिए काम करना चाहता हूं : अनिमेष प्रधान |

ओडिशा की बेहतरी के लिए काम करना चाहता हूं : अनिमेष प्रधान

ओडिशा की बेहतरी के लिए काम करना चाहता हूं : अनिमेष प्रधान

:   Modified Date:  April 16, 2024 / 09:31 PM IST, Published Date : April 16, 2024/9:31 pm IST

(अश्विनी श्रीवास्तव)

नयी दिल्ली, 16 अप्रैल (भाषा) सिविल सेवा परीक्षा में दूसरा स्थान लाने वाले अनिमेष प्रधान ने अपने व्यक्तिगत जीवन में कई कठिन चुनौतियों का सामना करने के बाद यह सफलता हासिल की है।

अनिमेष की मां का पिछले महीने ही कैंसर के कारण निधन हो गया था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने साक्षात्कार के लिए अपनी तैयारी जारी रखी और इस प्रतिष्ठित परीक्षा में दूसरा रैंक हासिल किया। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने मंगलवार को यह घोषणा की।

ओडिशा के रहने वाले अनिमेष (24) ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ मैं अपने राज्य के लोगों, विशेषकर हाशिए पर रहने वाले समुदायों और पिछड़े क्षेत्रों के लोगों की भलाई के लिए काम करना चाहता हूं। ’’

अपने पहले प्रयास में दूसरा स्थान हासिल करने वाले अनिमेष ने परीक्षा परिणाम पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘परिणाम बहुत ही संतोषजनक रहा है। मैं अपनी सफलता के लिए अपने माता-पिता को धन्यवाद देता हूं। यह एक सपने के सच होने जैसा है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले महीने जब सिविल सेवा परीक्षा के लिए साक्षात्कार चल रहे थे, तब मैंने अपनी मां को कैंसर के कारण खो दिया। दिसंबर 2015 में मैंने अपने पिता को खो दिया। मैं तब 11वीं कक्षा में पढ़ रहा था। उनकी क्षति मेरे लिए अपूरणीय है। ’’

ओडिशा के अंगुल जिले के तालचेर शहर के रहने वाले अनिमेष प्रधान वर्तमान में राष्ट्रीय राजधानी में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) रिफाइनरी डिवीजन में कार्यरत हैं। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के एक अधिकारी के रूप में अनिमेष अपने राज्य ओडिशा के लोगों के लिए काम करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने आईएएस को अपनी पहली प्राथमिकता दी है। मुझे आशा है कि मुझे अपने गृह राज्य ओडिशा में काम करने के लिए एक कैडर मिलेगा। मैं अपने राज्य के लोगों, विशेषकर हाशिए पर रहने वाले लोगों और पिछड़े क्षेत्रों के लोगों की भलाई के लिए काम करना चाहता हूं।’’

अनिमेष ने अपने गृह जिले के केन्द्रीय विद्यालय में अध्ययन किया और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) राउरकेला से कंप्यूटर विज्ञान में इंजीनियरिंग में स्नातक किया। उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा के लिए समाजशास्त्र को अपने वैकल्पिक विषय के रूप में चुना था। अनिमेष ने कहा कि उन्होंने परीक्षा के लिए किसी भी कोचिंग संस्थान की मदद नहीं ली।

अनिमेष ने कहा, ‘‘ मैंने 2022 में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। मैं प्रतिदिन पांच से छह घंटे तक पढ़ाई करता था। मैंने परीक्षा की तैयारी के लिए कोई कोचिंग नहीं ली। ’’

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के अनुसार अनिमेष प्रधान ने अपने रुचि के रूप में संसदीय बहस, मीडिया और पत्रकारिता तथा नृत्य का उल्लेख किया था।

आदित्य श्रीवास्तव ने सिविल सेवा परीक्षा 2023 में पहला स्थान हासिल किया है जबकि अनिमेष प्रधान और डोनुरु अनन्या रेड्डी क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।

कुल 1,016 अभ्यर्थियों ने (664 पुरुष और 352 महिलाओं) ने परीक्षा उत्तीर्ण की और आयोग ने विभिन्न सेवाओं में नियुक्ति के लिए उनके नामों की सिफारिश की है।

भाषा रवि कांत माधव

माधव

 

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